लखनऊ में छप्पन भोग, मधुरिमा, नीलकंठ पर छापा…
मिलावटी मिठाई कांड में उजागर हुआ 20 लाख का गंदा खेल
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: लखनऊ में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने मिलावटी और खराब मिठाइयां बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। विभाग ने गुरुवार को शहर की 10 नामी मिठाई दुकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान अफसरों को देखते ही कई दुकानों में हड़कंप मच गया। जांच के दौरान लगभग 20 लाख रुपये की सड़ी और मिलावटी मिठाइयां जब्त कर नष्ट कर दी गईं।
10 टीमों ने की एक साथ छापेमारी FSDA ने इस अभियान के लिए 10 विशेष टीमों का गठन किया था। छापेमारी में कई दुकानों पर गंदगी, एक्सपायरी मिठाइयां और मिसब्रांडेड उत्पाद मिले। अधिकारियों के अनुसार, कुछ दुकानों पर दिवाली के बाद बची पुरानी मिठाइयां भी ग्राहकों को बेची जा रही थीं। जिन दुकानों पर कार्रवाई की गई उनमें छप्पन भोग, नीलकंठ, राधेलाल क्लासिक, मधुरिमा, मोती महल, श्याम स्वाद, सियाराम, महालक्ष्मी, कंचन स्वीट्स और रिट्ज जैसी प्रसिद्ध दुकानें शामिल हैं।
श्याम स्वाद और नीलकंठ पर भी कार्रवाई नादरगंज स्थित छप्पन भोग की दुकान पर अधिकारियों ने छापा मारा, जहां लगभग 36.64 क्विंटल मिठाई और संदिग्ध खाद्य सामग्री जब्त की गई। इसकी कीमत करीब 14.40 लाख रुपये आंकी गई। यहां से 10 किलो रंगीन पेठा भी नष्ट कराया गया और 8 खाद्य पदार्थों के नमूने जांच के लिए भेजे गए। श्याम स्वाद की दुकान से 3 क्विंटल खराब काजू मिठाई मिली, जिसकी कीमत लगभग 3 लाख रुपये थी। वहीं, नीलकंठ स्वीट्स से 255 किलोग्राम और कंचन स्वीट्स से 30 किलो सड़ी मिठाई जब्त की गई।
गंदगी का अंबार, बिना लाइसेंस चल रही दुकान भी सील छापेमारी में कई दुकानों की स्वच्छता स्थिति बेहद खराब पाई गई। सियाराम स्वीट्स, राधेलाल क्लासिक और मधुरिमा स्वीट्स में साफ-सफाई की भारी कमी मिली। वहीं, महालक्ष्मी स्वीट्स बिना वैध फूड लाइसेंस के संचालित की जा रही थी, जिसे मौके पर ही बंद करा दिया गया।
21 नमूने जांच को भेजे, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई FSDA अधिकारियों ने बताया कि कुल 21 खाद्य नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषी दुकानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी दुकानों को नोटिस जारी कर दिया गया है और अगर तय समय में सुधार नहीं पाया गया, तो फूड लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं। अधिकारियों ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे मिठाई खरीदते समय निर्माण तिथि, एक्सपायरी तिथि और FSSAI लाइसेंस नंबर जरूर जांचें ताकि मिलावटी उत्पादों से बचा जा सके।