लखनऊ में उभर रही IT CITY, किसानों के लिए खुशखबरी, मुफ्त में मिलेगा डेवलप प्लॉट,
जानें पूरी डिटेल
10 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब सिर्फ नवाबों का शहर नहीं बल्कि उत्तर भारत का नया आईटी हब बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। पिछले छह महीनों में कम से कम चार बड़ी आईटी कंपनियों ने लखनऊ में कामकाज शुरू किया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने शहर को आईटी सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट में आईटी और आईटीईएस कंपनियों के साथ हाउसिंग, कॉमर्शियल बिल्डिंग्स और शैक्षणिक संस्थान बनाए जाएंगे। किसानों को उनकी जमीन के बदले योजना के तहत मुफ्त प्लॉट देने की योजना भी तैयार है।
आईटी सिटी का विकास और सेक्टर सुल्तानपुर रोड और किसान पथ के किनारे स्थित इस आईटी सिटी को स्मार्ट सिटी और यूपीएसआईडीए ढांचे के तहत विकसित किया जाएगा। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि कुल 10 सेक्टरों में ग्रिड रोड नेटवर्क के साथ सिटी विकसित होगी। यह 2,660 एकड़ क्षेत्र में फैलेगी और मोहनलालगंज तहसील के ग्रामीण बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकंदरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, मोहारी कला, खुजौली और भटवारा की जमीन शामिल होगी।
किसानों के लिए बड़ा ऑफर एलडीए ने जमीन देने वाले किसानों को योजना में विकसित किए गए प्लॉट देने का ऑफर दिया है। पहले लॉटरी के माध्यम से नवंबर के अंत में प्लॉट आवंटित किए जाएंगे। जो किसान 100% जमीन लैंड पूलिंग के तहत देंगे, उन्हें योजना में 25% विकसित भूखंड मिलेगा। अब तक 117 भू-स्वामियों ने 550 बीघा से अधिक भूमि निःशुल्क देने के आवेदन किए हैं, जिसमें से लगभग 70 बीघा के एग्रीमेंट डीड साइन हो चुके हैं।
आईटी सिटी में सुविधाएं और निवेश आईटी सिटी में लगभग 10,000 आवासीय भूखंड 72 से 200 वर्गमीटर में सृजित होंगे। इसके साथ ग्रुप हाउसिंग, 400 एकड़ इंडस्ट्रियल एरिया, 200 एकड़ बिजनेस कॉम्प्लेक्स और 200 एकड़ ग्रीन बेल्ट की योजना है। लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से 2 किलोमीटर लंबी कनेक्टिंग रोड बनेगी और 10 किलोमीटर लंबा रोड नेटवर्क तैयार किया जाएगा।
बेंगलुरु की तर्ज पर बनेगा आईटी हब लखनऊ में निवेश बढ़ने से स्थानीय रोजगार बढ़ेंगे। बेंगलुरु की तरह, लखनऊ भी तकनीकी प्रोफेशनल्स को आकर्षित करेगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, एक्सप्रेसवे और मेट्रो नेटवर्क के चलते यह आईटी हब पूरी तरह अनुकूल साबित होगा। एलडीए की इस योजना से राजधानी में आईटी सिटी और एआई सिटी बनाकर बड़े बदलाव की उम्मीद है।