'भाई ने बॉयफ्रेंड को शादी के लिए घर बुलवाया'
लखनऊ में युवती बोली- लाइट बंद कर सिर कूचा, मां ने मुझे जाने से रोका
11 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
लखनऊ। सआदतगंज लकड़मंडी में 22 सितंबर की रात को एक प्रेम प्रसंग ने खौफनाक मोड़ ले लिया। अली अब्बास (22) को उसकी प्रेमिका के भाई हिमालयन प्रजापति (26) ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर घर बुलाया और बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपियों ने लोहे के दुरमुट और ईंटों से उसका सिर कूच दिया। गंभीर रूप से घायल अली को तुरंत ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
प्रेमिका ने साझा की हत्या की दर्दनाक दास्तान हत्या के बाद अली की प्रेमिका ने एक वीडियो जारी कर उस रात की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि शादी नहीं करनी थी, तो नहीं की जाती, लेकिन किसी की जान लेने का अधिकार किसी को नहीं है। युवती ने सवाल उठाया कि आखिर हिंदू-मुस्लिम क्या होता है, कानून भी तो था, फिर भी उसके भाई और साथियों ने अली को बेरहमी से मार डाला।
शादी की बात कहकर बुलाया गया था अली को युवती ने बताया कि भाई हिमालयन ने पहले उसकी पिटाई की, फिर धमकी दी कि अली से कोर्ट मैरिज करवा देगा। बाद में उसने अली को बुलाने के लिए कहा। रात के समय अली घर आया, यह सोचकर कि बात केवल शादी की है। किसी ने यह नहीं सोचा था कि उसे मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
गली में अंधेरे में लोहे की रॉड और दुरमुट से हमला युवती ने बताया कि भाई और उसके साथियों ने गली की लाइट बंद कर दी और अली पर लोहे की रॉड और दुरमुट से हमला किया। ईंटों से सिर कूचने तक की बेरहमी दिखाई। अली ने विनती की, लेकिन कोई नहीं रुका। घटना में पैर और रीढ़ की हड्डी भी टूट गई।
युवती बोली – ‘हिंदू-मुस्लिम क्या होता है?’ युवती ने कहा कि अली ने कोई गुनाह नहीं किया था। सिर्फ प्यार किया था। किसी ने इसे स्वीकार नहीं किया और उसे जान से मार डाला। उसका कहना था कि आजकल हिंदू-मुस्लिम का बहाना बनाकर निर्दोषों की जान क्यों ली जाती है।
बचाने भागी तो मां ने रोका युवती ने आगे बताया कि उसने अली को बचाने के लिए घर से भागने की कोशिश की, लेकिन उसकी मां ने उसे रोक दिया। उन्होंने डर था कि कहीं उसकी भी जान पर खतरा न आए। पुलिस और परिवार के आने तक अली दम तोड़ चुका था।
10-12 में सिर्फ तीन लोगों पर कार्रवाई युवती ने आरोप लगाया कि घटना में भाई हिमालयन, चाची का लड़का सौरभ और सोनू के अलावा कई अन्य लोग शामिल थे। लेकिन पुलिस ने केवल तीन लोगों को ही गिरफ्तार किया। घटना के वक्त चाची ने भी रोकने की बजाय तमाशा देखा।
माता-पिता की मेहनत गई बर्बाद युवती ने बताया कि अली की मौत से परिवार की सालों की कमाई चली गई। मां अभी भी बेटे की याद में रोती हैं। उसने सवाल उठाया कि जीवन भर शादी न करने से क्या मिलता, लेकिन हत्या कर देना इंसानियत के खिलाफ है।
अली ने कभी दबाव नहीं बनाया युवती ने साफ किया कि अली ने कभी मिलने के लिए दबाव नहीं डाला। चार साल का रिश्ता था और हमेशा प्यार और विश्वास पर आधारित था। अली ने अपना प्यार साबित किया, लेकिन उसकी जान चली गई।
युवती की मांग भाई और साथियों को फांसी की सजा युवती ने सरकार से मांग की है कि भाई और अन्य आरोपियों को फांसी की सजा मिले। उम्रकैद भी पर्याप्त नहीं है। उसका कहना है कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, अली की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।