SIR फार्म की भागदौड़ पर रील-मीम का तूफ़ान:
लखनऊ में कंट्रोल रूम की घंटी और सोशल मीडिया की चुटकी
8 days ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
लखनऊ में SIR (Special Intensive Revision) के फॉर्म भरने की जल्दी-भागदौड़ अब केवल सरकारी काम नहीं रही, बल्कि सोशल मीडिया की दुनिया में भी धमाका कर रही है। राजधानी के कंट्रोल रूमों में घंटियाँ लगातार बज रही हैं, लोग 2003 की वोटर लिस्ट ढूंढने और EPIC नंबर भेजने में लगे हैं। वहीं रील-मीम बनाने वाले इसे मनोरंजन का विषय बनाकर दामाद-ससुराल के तकरार, भागकर शादी करने वालों की उलझन और अधिकारियों की देर रात तक की चिल्ल-पों को मज़ेदार अंदाज़ में पेश कर रहे हैं। SIR की समय सीमा नज़दीक है और लोगों की बेचैनी सोशल मीडिया पर टिक-टोक जैसी रीलों में दिख रही है।
कंट्रोल रूम में हंगामा और घरों में कोलाहल
कई परिवारों में रिश्तेदारों के बीच संदेश-आडंबर बढ़ गया है—“अरे सासूजी, अपना और ससुरजी का EPIC नंबर भेज दीजिए, बस दस दिन बचे हैं।” कंट्रोल रूमों में वर्कर और कॉल रिसीवर्स लगातार जानकारी जुटा रहे हैं। कुछ लोग चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 2003 की वोटर लिस्ट खोजते दिखते हैं जबकि कई बूथों पर गणना प्रपत्र भरने के लिए लंबी कतारें लगी हैं।
सोशल इन्फ्लुएंसर्स ने छुट्टी ली है या मज़ाक?
इन्फ्लुएंसर्स ने SIR को कंटेंट का सोना मान लिया है। दामाद-ससुराल वाली लड़ाई, सासूजी के टोकनों के मज़ेदार डायलॉग और कंट्रोल रूम-ब्यूरोक्रेसी के सीन से प्रेरित रीलें वायरल हो रही हैं। इन रीलों में लोग बदलते सामाजिक रुझान और गांव-शहर की हलचल पर ठहाके लगा रहे हैं, पर साथ ही यह सच्चाई भी दिखती है कि लोग कितनी गंभीरता से फॉर्म भरने की चुनौती ले रहे हैं।
भाग कर शादी करने वालों की दिक्कतें बढ़ीं
जो युवक-युवती घरवाले से बिना इजाज़त भागकर शादी कर चुके हैं, वे भी SIR से परेशान हैं। उनके पुराने रिश्ते टूटे हुए हैं, पर वोटर रजिस्टर में नाम डालवाने की मजबूरी ने उन्हें फिर से घर के संपर्कों और EPIC खोजने पर मजबूर कर दिया है। कई रीलों में इन्हीं की उलझन और सोशल-प्रेशर को मज़ेदार तरीके से दिखाया गया है।
अधिकारी भी रहे मीम का विषय
गणनापत्र इकट्ठा करने, वॉर-रूम में देर तक फीडिंग करने और BLO, RO, ARO के बीच की चिल्ल-पों को लेकर भी मीम्स बन रहे हैं। फिल्मों के मशहूर सीन का इस्तेमाल करके लोग इन आधिकारिक झरनों को हल्के अंदाज़ में पेश कर रहे हैं। mSIR के नाम पर चल रही यह भागदौड़ जहाँ वोटर सूची को अपडेट कराए जाने का संकेत है, वहाँ सोशल मीडिया ने इसे रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बना दिया है—कुछ जगह चिंतित, कुछ जगह हँसमुख और बहुत जगह कंटेंट का नया विषय।