बाराबंकी में महादेवा कॉरिडोर निर्माण रफ्तार पर, अब तक 88 मकान ढहे,
जानिए पूरी योजना
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट महादेवा कॉरिडोर का काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर बनने वाले बाराबंकी जिले के प्रसिद्ध श्रीलोधेश्वर महादेव की तीर्थ नगरी में कॉरिडोर का शिलान्यास करने से पहले प्रशासन ने रास्ते में पड़ने वाले भवनों और दुकानों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही तेज कर दी है। जिला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब तक 147 प्रॉपर्टियों में से 88 भवनों को ढहा दिया गया है। यह कॉरिडोर न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी बेहद खास होने वाला है। श्रद्धालु यहां पहुंचते ही भव्य प्रवेश द्वार और देवाधिदेव महादेव की झलक देख पाएंगे।
ध्वस्तीकरण के बाद होगा शिलान्यास
जिला प्रशासन के मुताबिक, श्री लोधेश्वर महादेवा की नगरी में प्रस्तावित कॉरिडोर निर्माण के लिए ध्वस्तीकरण का काम लगातार जारी है। बुधवार तक 88 मकान गिराए जा चुके हैं जबकि बाकी पर कार्यवाही जारी है। डीएम शशांक त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जैसे ही ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, शिलान्यास की तारीख तय कर दी जाएगी।
14.7 एकड़ में बनेगा दिव्य और भव्य कॉरिडो
महादेवा कॉरिडोर को दिव्यता, नव्यता और भव्यता के साथ तैयार करने की योजना है। यह परियोजना 14.7 एकड़ क्षेत्रफल में फैली होगी। इसमें दो मुख्य प्रवेश द्वार होंगे, जिनका स्वरूप इतना आकर्षक होगा कि श्रद्धालु प्रवेश करते ही भगवान शिव की छवि के साथ-साथ कॉरिडोर की भव्यता महसूस करेंगे। इसमें पार्किंग स्थल, सजावट, लाइटिंग और वीआईपी सुविधा युक्त मार्ग भी होंगे। दक्षिण दिशा में स्थित अमृत तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और उसके पास सत्संग भवन भी बनाया जाएगा।
अधिग्रहण और कानूनी विवाद
महादेवा परिसर में कुल 147 भवनों का अधिग्रहण किया गया है। इनमें से 127 मकानों की रजिस्ट्री पर्यटन विभाग के पक्ष में हो चुकी है, जबकि लगभग 20 मकानों का मामला अब भी कोर्ट में लंबित है। इसी कारण फिलहाल 127 मकानों का ही ध्वस्तीकरण किया जा रहा है। डीएम ने निर्देश दिया कि निर्माण सामग्री का प्लांट महादेवा में ही बनाया जाए ताकि सामग्री लाने में समय और खर्च कम हो।
नवरात्र में हो सकता है भूमि पूजन
प्रशासन ने बताया कि ध्वस्तीकरण का कार्य पूरा होते ही भूमि पूजन की तारीख तय कर दी जाएगी। हालांकि, अभी तक कोई निश्चित दिन घोषित नहीं हुआ है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि सितंबर या नवरात्र के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं महादेवा कॉरिडोर का शिलान्यास कर सकते हैं। इस दौरान जॉइंट मजिस्ट्रेट गूंजिता अग्रवाल, जिला पर्यटन अधिकारी मनीषा चौधरी, तहसीलदार विपुल सिंह, बीडीओ देवेंद्र प्रताप सिंह और अभय शुक्ला भी मौजूद रहे।