महराजगंज में दिव्यांग को मिला 86 लाख का GST नोटिस, पेंशन दिलाने के नाम पर हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा
जानें क्या है मामला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दिव्यांग व्यक्ति के नाम पर फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों का जीएसटी घोटाला कर दिया गया। पीड़ित को तब इस धोखाधड़ी का पता चला, जब उसे 86 लाख रुपये का जीएसटी नोटिस मिला। बबलू नाम के इस व्यक्ति ने साइबर क्राइम थाना महराजगंज में शिकायत दर्ज कराई है।
पेंशन का झांसा देकर लिए गए दस्तावेज
मामला बृजमनगंज थाना क्षेत्र के करमहा टोला बड़की मैनहिया गांव का है। यहां रहने वाले बबलू दोनों आंखों से कमजोर हैं। बबलू ने पुलिस को बताया कि सिद्धार्थनगर जिले के उसका थाना क्षेत्र के रहने वाले रजनीश उर्फ राजन ने उन्हें पेंशन दिलाने का झांसा दिया था। साल 2015 में आरोपी ने बबलू से आधार कार्ड, विकलांग प्रमाण पत्र और फोटो ले लिए। बबलू को लगा कि पेंशन की प्रक्रिया के लिए ये कागजात मांगे जा रहे हैं, लेकिन उन्हीं दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी फर्म खड़ी कर दी गई।
86 लाख का नोटिस पाकर खुला राज
29 जून 2025 को अमीन बबलू के घर नोटिस लेकर पहुंचा। नोटिस में बबलू को अग्रहरी ट्रेडर्स नामक फर्म का मालिक बताया गया और 2016-17 का जीएसटी टैक्स बकाया 86 लाख रुपये लिखा था। नोटिस पढ़कर बबलू के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत पुलिस और प्रशासन को बताया कि उनकी कोई फर्म नहीं है। यह पूरा मामला उनके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करके फर्जीवाड़ा करने का है।
आईटी विशेषज्ञ ने जताई चिंता
शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना प्रभारी सजनू यादव ने बताया कि केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी रजनीश का नाम मुख्य रूप से सामने आया है, जो पहले ढोढघाट में एक फर्म में मुनीम का काम करता था। वहीं आईटी विशेषज्ञ राकेश ने इस घटना को पहचान पत्रों के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती को दिखाते हैं और लोगों को अपने निजी दस्तावेजों को सुरक्षित रखने की सख्त जरूरत है।