निर्माणाधीन ओवर ब्रिज का हिस्सा टूटकर गिरा, मौके से भागे अधिकारी,
7 मजदूर घायल-2 रेफर
2 months ago
Written By: STATE DESK
Maharajganj Bridge Collapse: महराजगंज जिले के फरेंदा कस्बे में सोमवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। कस्बे से गुज़र रहे निर्माणाधीन ओवरब्रिज का करीब 10 मीटर लंबा हिस्सा अचानक ढह गया। इस हादसे में ओवरब्रिज पर काम कर रहे 7 मजदूर मलबे में दब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया है। इनमें से दो गंभीर रूप से घायल मजदूरों को गोरखपुर रेफर किया गया है। वहीं पीड़ितों ने मौके पर मौजूद ठेकेदार और अधिकारियों पर हादसा होते ही भागने के आरोप भी लगाए हैं।
ट्रेन गुजरने के कुछ सेकंड बाद ढहा ओवरब्रिज
वहीं इस पूरी घटना में कुल 7 लोगों के घायल होने की खबर आ रही है। इनमे से घायल एक मजदूर अनिल ने बताया कि घटना से करीब एक घंटे पहले ओवरब्रिज पर लेंटर की भराई का काम किया गया था। सभी मजदूर उसके बाद छज्जे की रगड़ाई कर रहे थे। हादसे से ठीक पहले निर्माण स्थल से 10 मीटर की दूरी से एक सुपर एक्सप्रेस ट्रेन गुज़री थी। ट्रेन गुजरने के 20-25 सेकंड बाद ही ओवरब्रिज का हिस्सा गिर गया।
ठेकेदार और अधिकारी मौके से भागे
इस दौरान अनिल ने ठेकेदार और अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप भी लगाए हैं। अनिल ने बताया कि “घटना के समय ठेकेदार और कंपनी के अधिकारी मौके पर मौजूद थे, लेकिन ओवरब्रिज गिरते ही वे सभी भाग गए। मजदूरों को स्थानीय लोगों और पुलिस ने मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
स्थानीय लोगों ने लगाए गोल-माल के आरोप
घटना के बाद आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल होने का आरोप लगाया और कहा कि यदि यह हादसा दिन में होता, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। लोगों का यह भी आरोप है कि ठेकेदार और जिम्मेदारों ने घटना को छुपाने की कोशिश की और रात में ही आधा मलबा हटवा दिया।
2024 से चल रहा था निर्माण कार्य
गोरखपुर-सोनौली हाईवे पर पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र में इस ओवरब्रिज का निर्माण मार्च 2024 से चल रहा है। पीएनसी नामक कंपनी इस परियोजना को देख रही है, जिसकी लागत लगभग 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ओवरब्रिज की कुल लंबाई लगभग 110 मीटर है।
मजदूरों की पहचान
हादसे में घायल मजदूरों की पहचान अनिल (23), योगेश (26), योगेश (27) – तीनों हाथरस से, टिंकु (30), लोनी (30), ब्रह्मपाल (35) – बदायूं से और बालकृष्ण (30), सुरेंद्र (32) – बांदा से हुई है। एक अन्य मजदूर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। मिली जानकारी के अनुसार घायलों के परिजनों को फिलहाल इस हादसे की सूचना नहीं दी गई है।
क्या बोले कंपनी के जिम्मेदार?
पीएनसी कंपनी के एचआर अधिकारी लवकुश वर्मा ने बताया कि हादसे के बाद कंपनी के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और सभी घायलों का एक्सरे करवाया गया है। दो घायलों का इलाज गोरखपुर में चल रहा है, बाकी की हालत फिलहाल स्थिर है। SHO धर्मेंद्र यादव हादसे की जांच कर रहे हैं। घटना के कई घंटे बाद भी कोई भी ज़िले स्तर का पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।