गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह-2025 की धूम,
सांस्कृतिक विरासत और अनुशासन का भव्य प्रदर्शन
6 days ago Written By: News Desk
Uttar Pradesh News: गुरुवार को गोरक्षनगरी गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह-2025 ने पूरे शहर का माहौल उत्साह और ऊर्जा से भर दिया। लगभग पूरे हिंदुस्तान की संस्कृति, रंग और विरासत एक ही जगह दिखाई दी। युवा विद्यार्थियों ने भारतीय परंपरा, अनुशासन और देश की महाशक्ति बनने की भावना के साथ ऐसा अद्भुत समन्वय प्रस्तुत किया, जिसने हर किसी का मन मोह लिया। शोभायात्रा में भारत की सांस्कृतिक धरोहर, तकनीकी विकास, सेना के शौर्य और महापुरुषों की स्मृतियों को सम्मानपूर्वक प्रदर्शित किया गया।
मुख्यमंत्री योगी और मुख्य अतिथि ने किया पुस्तकों का विमोचन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य अतिथि, उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट योगेंद्र डिमरी (से.नि.) पहुंचे। दोनों अतिथियों ने दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय की शोध पत्रिका दिग्विजयम् और महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज की मिशन मंझरिया रिपोर्ट का विमोचन किया। कार्यक्रम स्थल पर एनसीसी कैडेट्स ने मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद दोनों अतिथियों ने विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश @2047 प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें 9000 से अधिक विद्यार्थी मौजूद रहे। समारोह का शुभारंभ सरस्वती वंदना और कुलगीत से हुआ।
शोभायात्रा में युवाओं का अनुशासन और ऊर्जा मुख्य अतिथि ने शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और मार्च पास्ट की सलामी ली। सबसे आगे महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज की एनसीसी कैडेट्स रहीं, जिनके पीछे महिला पीजी कॉलेज, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज, एनसीसी सीनियर व जूनियर डिवीजन और ताइक्वांडो टीम शामिल रहीं। बता दें कि हंस वाहिनी और सच्चिदानंद बैंड आकर्षण का केंद्र बने।
महापुरुषों और विरासत को किया नमन शोभायात्रा में मां सरस्वती, भारत माता, गुरु गोरखनाथ, महाराणा प्रताप, महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ के चित्र भी शामिल किए गए। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सेना के शौर्य और राम मंदिर झांकी से विरासत का सम्मान प्रस्तुत किया गया। शोभायात्रा शहर के कई प्रमुख मार्गों से होकर वापस कॉलेज परिसर पहुंची।
शुक्रवार को कई प्रतियोगिताएं होंगी शुक्रवार को योगासन, चित्रकला, कबड्डी, गोरखवाणी जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसकी जानकारी संचालन समिति के सदस्य डॉ. नितीश शुक्ला ने दी।