मैनपुरी में इंजीनियर का विवादित बयान: वेद-पुराणों को बताया झूठा,
कहा- पहले भी थे गुलाम, आज भी हैं ब्राह्मणों के गुलाम
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने स्थानीय लोगों और राजनीतिक संगठनों में खलबली मचा दी है। वायरल वीडियो में एक युवक वेद-पुराणों को गुलाम बनाने वाला ग्रंथ बताते हुए कह रहा है कि इनमें लिखी गई 90 फीसदी बातें बनावटी हैं और इनका इस्तेमाल लोगों को गुलाम बनाने के लिए किया गया। वीडियो में दिख रहा युवक मैनपुरी के लोक निर्माण विभाग (PWD) के खंड-3 में अधिशासी अभियंता धनुषधारी हैं।
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में दिया विवादित बयान
दरअसल, धनुषधारी के दो वीडियो सामने आए हैं जो 15 अगस्त को लोक निर्माण विभाग खंड-3 में आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के हैं। इन वीडियो में धनुषधारी विभागीय कर्मचारियों को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि इतिहास में रानी लक्ष्मीबाई का नाम तो मिलता है, लेकिन झलकारी बाई जैसी वीरांगना, जिन्होंने पेंशन के लिए लड़ाई लड़ी, उनका नाम इतिहास में कहीं दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि छोटी जाति के लोगों के बलिदान को हमेशा नजरअंदाज किया गया है।
वेदों और आजादी पर सवाल
धनुषधारी ने आगे कहा कि अथर्ववेद का एक वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ है और सबसे पुराना वेद ऋग्वेद है, जो ईरान की किताब से बहुत मिलता-जुलता है। उन्होंने सवाल उठाया कि आज हमें आजाद हुए 79 साल हो गए हैं, लेकिन अब भी आजादी की बात क्यों होती है। उनका कहना था कि पहले हम ब्राह्मणों के गुलाम थे और आज भी हैं।
शिकायत के बाद पुलिस जांच शुरू
धनुषधारी के इस बयान का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने बेवर थाने में उनके खिलाफ तहरीर दी। कार्यकर्ताओं ने यह वीडियो पुलिस को भी सौंपा है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। विवादित बयान के कारण अब यह मामला तूल पकड़ चुका है। फिलहाल, पुलिस की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है।