मराठी भाषा पर टिप्पणी करने वाली महिला को मनसे नेता ने मारा थप्पड़,
वीडियो वायरल होने के बाद मचा बवाल
12 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
महाराष्ट्र के ठाणे में मराठी भाषा को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यहां एक महिला द्वारा मराठी भाषा पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की एक महिला नेता ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद राजनीतिक हलकों से लेकर आम लोगों तक में इस पर जबरदस्त बहस छिड़ गई है।
कलवा रेलवे स्टेशन पर हुआ विवाद, माफी मंगवाने पहुंचीं मनसे नेता यह पूरा मामला ठाणे के कलवा रेलवे स्टेशन का है, जहां शुक्रवार रात एक महिला और एक पुरुष के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। बहस के दौरान महिला ने मराठी भाषा पर विवादित टिप्पणी कर दी। मामला तब और बढ़ गया जब उस व्यक्ति की पत्नी, जो मनसे की पदाधिकारी है, को इस बात की जानकारी मिली। इसके बाद वह खुद मौके पर पहुंचीं और महिला को कैमरे के सामने लाकर माफी मंगवाई। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला कैमरे पर अपने शब्दों के लिए माफी मांगती है और यह स्वीकार करती है कि उसने मराठी भाषा और उस व्यक्ति के प्रति अनुचित टिप्पणी की थी। लेकिन जैसे ही महिला अपनी बात खत्म करती है, तभी वहां मौजूद मनसे नेता उसे जोरदार थप्पड़ मार देती हैं और चेतावनी देती हैं कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं थप्पड़ मारने की यह घटना सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। कई यूजर्स ने मनसे नेता के इस कदम की आलोचना की तो कई ने कहा कि मराठी भाषा का अपमान करने वालों को सबक मिलना ही चाहिए। कुछ लोगों ने यह भी लिखा कि माफी मांग लेने के बाद हिंसा उचित नहीं थी। वीडियो को हजारों बार शेयर किया गया है और इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं जारी हैं।
दोनों पक्षों में सुलह, कोई शिकायत दर्ज नहीं ठाणे राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की वरिष्ठ निरीक्षक अर्चना दुसाने ने बताया कि यह मामला अब शांत हो चुका है। उन्होंने कहा, “शुक्रवार रात हुई घटना में शामिल दोनों पक्षों ने आपसी बातचीत के बाद सुलह कर ली है। महिला ने कैमरे पर माफी मांगी और इसके बाद किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई।” उन्होंने आगे बताया कि विवाद में शामिल पुरुष मनसे की पदाधिकारी का पति है। माफी के बाद दोनों पक्षों ने जीआरपी से संपर्क किया और कहा कि वे मामले को खत्म करना चाहते हैं। इसके बाद दोनों थाने से चले गए।
वीडियो से बढ़ा विवाद, मराठी अस्मिता को लेकर फिर छिड़ी बहस भले ही मामला आपसी सहमति से खत्म हो गया हो, लेकिन सोशल मीडिया पर यह मुद्दा अब मराठी अस्मिता से जुड़ गया है। मराठी मानुष की इज्जत के नाम पर मनसे कार्यकर्ताओं के इस रवैये को लेकर राज्यभर में चर्चा चल रही है। कुछ लोगों का कहना है कि भाषा के सम्मान कीबात सही है, लेकिन हिंसा इसका हल नहीं। वहीं मनसे समर्थकों का मानना है कि मराठी भाषा का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।