जमीयतुल उलमा अध्यक्ष महमूद मदनी के बयान पर मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी का पलटवार,
कहा- समाज को भड़काने वाला है बयान
1 months ago Written By: Aniket prajapati
देश में मुसलमानों को लेकर दिए गए विवादित बयानों को लेकर सियासी और धार्मिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में जमीयतुल उलमा के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा था कि अगर ज़ुल्म हुआ तो जिहाद होगा। इस बयान पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने कड़ा पलटवार किया है और इसे समाज-विरोधी और विभाजनकारी बताया है।
रजवी ने मदनी के बयान को बताया समाज विरोधी मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मौलाना महमूद मदनी का बयान समाज को भ्रमित करने और मुसलमानों को भड़काने वाला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत में मुसलमान सुप्रीम कोर्ट और अन्य अदालतों पर पूरा भरोसा रखते हैं। संसद और सरकार जनता के हितों के लिए काम करती हैं और मुसलमान इस पर विश्वास करते हैं। रजवी ने कहा कि मदनी के बयान से शांतिपूर्ण माहौल बिगड़ने का खतरा है और ऐसे बयानों से दूर रहना चाहिए।
आला हजरत दरगाह बरेली से विरोध मौलाना रजवी ने बरेली के आला हजरत दरगाह की सरजमीं से स्पष्ट किया कि सभी सरकारें संविधान और कानून के दायरे में रहकर जनता की भलाई के लिए काम करती हैं। उन्होंने कहा कि करोड़ों मुसलमान सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का सम्मान करते हैं और ऐसे विवादित बयान समाज में अशांति फैलाते हैं।
मुसलमानों से की अपील मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे ऐसे उल-जलूल बयानों पर ध्यान न दें और समाज को भड़काने वाले तत्वों से दूरी बनाएं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश में अमन और शांति है, इसे बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। मौलाना रजवी के इस बयान से साफ संदेश गया कि धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर संयम और कानून का पालन करना आवश्यक है।