बच्चे को लगी चोट तो डॉक्टर ने लगा दी फेवीक्विक… हटाने में लगे 3 घंटे, फिर लगाए 4 टांके,
परिजनों ने कि शिकायत
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: मेरठ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां इलाज के लिए अस्पताल ले जाए गए ढाई साल के मासूम बच्चे पर फेवीक्विक लगा दी गई। बताया गया कि खेलते समय बच्चे को आंख के पास चोट लग गई थी, जिसके बाद परिजन घबराहट में उसे निजी अस्पताल ले गए। लेकिन वहां डॉक्टर ने टांके लगाने के बजाय कटे हुए हिस्से को फेवीक्विक से चिपका दिया। बच्चे के रोते रहने पर भी स्टाफ ने मामला हल्के में लिया। अब परिजनों ने सीएमओ से शिकायत की है और जांच शुरू हो गई है।
खेलते समय लगा चोट, खून देखकर घबरा गए परिजन मामला मेरठ के जागृति विहार एक्सटेंशन स्थित मेपल्स हाइट्स का है। यहां रहने वाले फाइनेंसर सरदार जसपिंदर सिंह के ढाई साल के बेटे मनराज सिंह को खेलते समय टेबल का कोना आंख के पास लग गया। चोट इतनी गहरी थी कि खून बहने लगा। परिजन तुरंत बच्चे को लेकर भाग्यश्री अस्पताल पहुंचे।
डॉक्टर ने कहा- फेवीक्विक लाओ, फिर वहीं चिपका दी चोट परिजनों का आरोप है कि अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज करने की जगह उनसे 5 रुपये वालीफेवीक्विक मंगवाई और उसी से बच्चे की चोट को चिपका दिया। इस दौरान बच्चा लगातार दर्द से कराहता रहा, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि बच्चा घबराया हुआ है, थोड़ी देर में ठीक हो जाएगा।
फेवीक्विक छुड़ाने में लगे 3 घंटे दर्द कम न होने पर अगले दिन परिजन बच्चे को लोकप्रिय अस्पताल लेकर गए। यहां डॉक्टरों को बच्चे की आंख के पास से फेवीक्विक हटाने में 3 घंटे लग गए। गोंद हटाने के बाद बच्चे को चार टांके लगाए गए। परिजनों का कहना है कि अगर फेवीक्विक आंख में चली जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
परिजनों ने की शिकायत, सीएमओ ने गठित की जांच कमेटी घटना के बाद परिजनों ने सीएमओ कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। मेरठ के सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने बताया कि मामला संज्ञान में ले लिया गया है। एक जांच कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।