मेरठ नगर निगम की बड़ी लापरवाही, सूरजकुंड डिपो में भूख-प्यास से तड़पकर दम तोड़ गए गोवंश,
जानें पूरी बात
4 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण को प्राथमिकता बताते हैं, लेकिन मेरठ नगर निगम की लापरवाही ने इन दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला सूरजकुंड स्थित नगर निगम वाहन डिपो का है, जहां गौवंश ट्रॉमा सेंटर बनाया गया है। यहां आधा दर्जन से अधिक गायें भूख-प्यास से तड़पकर दम तोड़ चुकी हैं, जबकि कई की हालत गंभीर बनी हुई है। मृत गायों के शव खुले में पड़े मिले, जिससे चारों ओर बदबू फैल गई और हालात और भी दयनीय हो गए।
भूख-प्यास से तड़पकर मौत
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां रखे गए गोवंश को समय पर न तो चारा दिया जा रहा है और न ही पानी। इस लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि कई गायों की जान चली गई। शव जमीन पर और गाड़ियों में खुले पड़े रहे, जिससे आसपास का माहौल बिगड़ गया।
पहले भी सामने आ चुका है मामला
यह घटना इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि कुछ दिन पहले ही कान्हा गौशाला में भी भूख-प्यास से कई गोवंश की मौत हुई थी। उस मामले में पशु स्वास्थ्य अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया था। लेकिन अब सूरजकुंड डिपो में हुई इन मौतों ने नगर निगम की जिम्मेदारी पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। खास बात यह है कि नगर निगम मेरठ का मेयर भारतीय जनता पार्टी से है, जो गोवंश संरक्षण को अपनी प्राथमिकता बताती रही है। बावजूद इसके, लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
धरने पर बैठे लोग और भाजपा पार्षद
घटना के विरोध में भाजपा पार्षद पवन चौधरी समेत कई लोग सूरजकुंड डिपो पर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नगर निगम अफसरों की लापरवाही से निर्दोष गोवंश की मौत हो रही है और इसकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। उनका आरोप है कि गौशालाओं और ट्रॉमा सेंटर के लिए करोड़ों का बजट खर्च करने का दावा किया जाता है, लेकिन जमीन पर न तो पर्याप्त चारा खरीदा जाता है और न ही पानी की व्यवस्था होती है।
जनता का गुस्सा बढ़ा
इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब सरकार और प्रशासन ही गोवंश की सुरक्षा नहीं कर पा रहे, तो बाकी गौशालाओं की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार ऐसी घटनाओं के बावजूद जिम्मेदार अफसरों पर सख्त कार्रवाई न होना सबसे बड़ा सवाल है।