मेरठ: पुलिस पर जांच टालने और शव फेंकने के गंभीर आरोप,
सीसीटीवी में कैद घटना
4 days ago Written By: Aniket Prajapati
मेरठ में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। देर रात करीब 1:40 बजे नौचंदी थाना क्षेत्र के एल ब्लॉक में एक अज्ञात युवक का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। नियमानुसार मौके पर पंचनामा और जांच होना चाहिए थी, लेकिन ड्यूटी पर तैनात सिपाही राजेश और होमगार्ड रोहताश ने शव को ई-रिक्शा में डालकर करीब आधा किलोमीटर दूर लोहियानगर थाना क्षेत्र में फेंक दिया। यह पूरा घटनाक्रम पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। फुटेज सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और सख्त कार्रवाई की गई है।
घटना का पूरा क्रम और दुकानदार की सूचना सुबह स्टेशनरी दुकानदार रोनित बैंसला जब दुकान खुली तो बाहर शव देखकर घबरा गए। उन्होंने तुरंत लोहियानगर थाना को सूचना दी। पुलिस ने दुकानदार द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में साफ दिख रहा था कि वर्दीधारी अधिकारी ही शव को वहीं छोड़ कर जा रहे हैं। इस वीडियो ने पूरे मामले को उजागर कर दिया।
थानेदारों की सीमा विवाद में लापरवाही हैरानी की बात यह रही कि दोनों थानों के प्रभारियों ने दिनभर सीमा विवाद में उलझकर मामले को गंभीरता से नहीं लिया। न तो उच्च अधिकारियों को समय पर सूचित किया गया और न ही शव का पंचनामा समय से भरा गया। मामले की जानकारी दुकानदार ने सीधे SSP डॉ. विपिन ताडा तक पहुंचाई, तब जाकर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ।
प्रशासन की कार्रवाई और जांच निर्देश SSP ने शीघ्र कार्रवाई करते हुए शास्त्रीनगर एल ब्लॉक चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार और बीट सिपाही राजेश को निलंबित कर दिया। होमगार्ड रोहताश की सेवा समाप्ति के लिए कमांडेंट को पत्र भेजा गया। साथ ही नौचंदी व लोहियानगर थाना प्रभारियों की लापरवाही की भी जांच का आदेश दिया गया है। SP सिटी आयुष विक्रम सिंह को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
शव की पहचान और पोस्टमार्टम की स्थिति युवक की अभी पहचान नहीं हो सकी है। SP सिटी ने बताया कि शव पर कोई चोट के निशान नहीं मिले। मौत हादसा, तेज ठंड या किसी अन्य कारण से हुई हो सकती है—यह पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल शव की फोटो सोशल मीडिया और पुलिस समूहों में पहचान के लिए भेज दी गई है।