फुट ओवर ब्रिज दूर और प्लेटफार्म बदला…
जानिए मिर्जापुर हादसे में कैसे ट्रेन की चपेट में आएं 6 श्रद्धालु
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कार्तिक पूर्णिमा पर एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ। चुनार रेलवे स्टेशन पर गंगा स्नान के लिए आए छह श्रद्धालु प्लेटफार्म पार कर रहे थे कि उन्हें हावड़ा से दिल्ली जा रही कालका मेल ट्रेन ने अपनी चपेट में ले लिया। हादसा इतना भीषण था कि सभी श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई और शव क्षत-विक्षत हो गए। रेलवे और जिला प्रशासन की टीम तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गई। यह घटना स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा सदमा बन गई।
क्या है हादसे का कारण पुलिस और रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हादसे के दो मुख्य कारण सामने आए हैं। पहला यह कि गोमो-चोपन पैसेंजर ट्रेन आमतौर पर प्लेटफार्म नंबर पांच पर आती थी, लेकिन हादसे वाले दिन इसे प्लेटफार्म नंबर चार पर लाया गया। दूसरा कारण स्टेशन का पुराना फुट ओवर ब्रिज था, जिसे तोड़कर नया ब्रिज थोड़ा दूर बनाया गया। श्रद्धालु दूरी अधिक होने के कारण शॉर्टकट अपनाकर ट्रैक पार कर रहे थे, तभी तेज रफ्तार ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
मृतकों की पहचान हादसे में छह लोगों की मौत हुई, जिनमें दो सगी बहनें भी शामिल हैं। मृतकों में शामिल हैं:
सविता (28), पत्नी राजकुमार, कमरिया थाना, राजगढ़, मिर्जापुर
साधना (16), पुत्री विजय शंकर बिंद
शिवकुमारी (12), पुत्री विजय शंकर
अप्पू देवी (20), पुत्री श्याम प्रसाद
सुशीला देवी (60), पत्नी स्व. मोतीलाल, महुआरी थाना, पड़री
कलावती देवी (50), पत्नी जनार्दन यादव, बसवा थाना, कर्मा, सोनभद्र
जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार और एसपी रेलवे प्रशांत वर्मा ने बताया कि श्रद्धालु गोमो पैसेंजर ट्रेन से उतरकर चुनार घाट गंगा स्नान के लिए जा रहे थे। पांच मिर्जापुर जिले और एक सोनभद्र जिले के निवासी थे।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप सिंह ने बताया कि प्लेटफार्म परिवर्तन और फुट ओवर ब्रिज की दूरी के कारण लोग ट्रैक पार करने लगे, जिससे यह हादसा हुआ। रेलवे और जिला प्रशासन अब सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।