मिर्जापुर में लैब में केमिस्ट्री टीचर ने क्यों दी जान, शव देखते ही चीख पड़ी पत्नी शिक्षिका,
जानें क्या है मामला
3 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: मिर्जापुर से शिक्षक दिवस पर एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। कछवां स्थित गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज के केमिस्ट्री शिक्षक डॉ. दिलीप सिंह ने गुरुवार की सुबह आत्महत्या कर ली। 56 वर्षीय डॉ. सिंह का शव कॉलेज की लैब में पंखे से लटका मिला। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजनों का कहना है कि वह लंबे समय से पेट की बीमारी से परेशान थे और इसी कारण अवसाद में आ गए थे।
लैब के अंदर मिला शव
डॉ. दिलीप सिंह वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र के मझवां गांव के रहने वाले थे। वह 1996 से गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज में पढ़ा रहे थे। गुरुवार सुबह वे कॉलेज पहुंचे और पीईटी परीक्षा के कक्ष निरीक्षक प्रशिक्षण में शामिल होने वाले थे। लेकिन काफी देर तक जब वह नजर नहीं आए तो सहकर्मियों ने उनकी तलाश शुरू की। कई बार कॉल करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद एक सहयोगी ने सीसीटीवी फुटेज देखा, जिसमें डॉ. सिंह लैब में पंखे से गमछे के सहारे लटके हुए दिखे। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लैब का दरवाजा तोड़ा और शव को नीचे उतारा। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
बीमारी से परेशान थे
सीओ सदर अमर बहादुर ने बताया कि शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला है। परिजनों के मुताबिक, डॉ. सिंह पेट की बीमारी से लंबे समय से जूझ रहे थे। हाल ही में वह इलाज के लिए हरिद्वार भी गए थे, लेकिन राहत नहीं मिली। इसी परेशानी के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
डॉ. दिलीप सिंह वाराणसी के मोहनसराय में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी मंजुला सिंह राजातालाब के एक प्राइमरी स्कूल में अध्यापिका हैं। बेटा अमन सिंह लखनऊ में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बेटी आयुषी सिंह कानपुर से एम फार्मा कर रही है। घटना की खबर मिलते ही पत्नी कॉलेज पहुंची और पति का शव देखकर बेहोश हो गईं। इस घटना से परिवार और पूरे कॉलेज में मातम पसरा है।