कानपुर दौरे के बाद पटना रवाना हुए मोहन भागवत, 10 गोपनीय बैठकों में पूर्ण हिंदुत्व पर रणनीति,
हिंदू समाज को जोड़ने का नया रोडमैप
3 hours ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: कानपुर में दो दिन के दौरे पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत सोमवार को अपने प्रवास का समापन कर पटना के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने संघ के कानपुर प्रांत के पदाधिकारियों के साथ करीब 10 बैठकें कीं। बैठकें बेहद गोपनीय रहीं, लेकिन सूत्रों के अनुसार भागवत ने इन बैठकों में समाज और संगठन को लेकर कई अहम संदेश दिए। उन्होंने स्वयंसेवकों को यह स्पष्ट रूप से कहा कि अब जातियों के आधार पर नहीं, बल्कि सम्पूर्ण हिंदू समाज को एकजुट करने की दिशा में काम करना होगा। यही भारत को एक सशक्त हिंदू राष्ट्र बनाएगा।
पंच परिवर्तन के जरिए संघ बनाएगा जागरूक समाज
मोहन भागवत ने कहा कि संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है और इस दौरान पंच परिवर्तन के सिद्धांत के तहत समाज में बड़ा बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसा समाज तैयार करना है जो राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों के लिए जागरूक हो। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाए और जातिवाद जैसी सामाजिक विषमता से मुक्त हो। उनका कहना था कि मंदिर श्मशान और जलाशयों पर समाज के सभी वर्गों का समान अधिकार होना चाहिए।
जातिगत जनगणना से उलट संघ की एकता की मुहिम
यह बयान ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार वर्ष 2026 में जातिगत जनगणना कराने की तैयारी कर रही है। इसके उलट संघ एक ऐसे समाज की कल्पना कर रहा है जो जातियों से मुक्त होकर केवल हिंदू पहचान से एकजुट हो। मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देते हुए यही विचार बार-बार दोहराया।
56 दिन बाद फिर कानपुर में भागवत का एकता का आह्वान
56 दिन पहले भी भागवत ने कानपुर में इसी तरह की अपील की थी कि देश के सभी वर्गों को जोड़कर एक अखंड और शक्तिशाली हिंदू समाज खड़ा किया जाए। इस बार उन्होंने उस मुहिम को और गति देने का संदेश दिया। उन्होंने साफ कहा कि संघ का लक्ष्य पूर्ण हिंदुत्व है, जिसमें हर जाति और वर्ग के लोग समान रूप से शामिल हों। उनके इस दौरे को संघ के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है।