मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या,
अनंत सिंह समेत पांच पर केस दर्ज, चुनावी मौसम में बढ़ा तनाव
2 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पटना से सटे मोकामा इलाके में जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने सियासी माहौल गरमा दिया है। इस हत्या के मामले में जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं, अनंत सिंह ने भी पलटवार करते हुए अपने खिलाफ षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए पीयूष प्रियदर्शी सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। फिलहाल, पुलिस ने एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर जांच शुरू कर दी है।
तेजस्वी यादव ने उठाए सवाल
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि, “जब आचार संहिता लागू है, तब लोग बंदूक लेकर कैसे घूम रहे हैं?” तेजस्वी ने इस घटना को प्रशासनिक विफलता बताया और कहा कि चुनावी माहौल में ऐसी घटनाएं लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
पुलिस ने बढ़ाई इलाके में सुरक्षा
हत्या की खबर फैलते ही ताल क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। संभावित झड़पों को रोकने के लिए पुलिस ने भारी बल की तैनाती की है। एएसपी बाढ़ खुद इलाके में गश्त कर रहे हैं, जबकि वरिष्ठ अधिकारी संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं। प्रशासन ने साफ किया कि किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।
कभी ‘टाल का आतंक’ कहलाता था दुलारचंद यादव
मोकामा के टाल क्षेत्र में दुलारचंद यादव का नाम कभी खौफ का प्रतीक माना जाता था। 1980 के दशक में उसने गांवों में चोरी से शुरुआत की और धीरे-धीरे फसल लूट, जमीन कब्जा, अपहरण और रंगदारी जैसे अपराधों में सक्रिय हो गया। साल 1980 से 2000 तक उसके खिलाफ 36 मुकदमे मोकामा, बाढ़, पंडारक, भदौर, साम्यगढ़ और घोसवरी थानों में दर्ज हुए।
राजनीति में चांदी का मुकुट पहनकर एंट्री
दुलारचंद ने अपराध की दुनिया से राजनीति का रुख भी किया। लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में मेकरा की सभा में चांदी का मुकुट पहनकर राजनीति में कदम रखा। साल 1995 में उसने लोकदल के प्रत्याशी के रूप में मोकामा विधानसभा से चुनाव लड़ा था। उस समय विधायक रहे दिलीप कुमार सिंह के खिलाफ मैदान में उतरे और मामूली अंतर से हार गए।
कुश्ती और पहलवानी का शौक़ीन था दुलारचंद
दुलारचंद न केवल अपराध की दुनिया का चर्चित चेहरा था, बल्कि कद-काठी से मजबूत और पहलवानी का शौक़ीन भी था। वह कई बार अखाड़ों में कुश्ती के दंगल लड़ा करता था। एक वक्त पर उसने चल क्षेत्र में खुद को बेताज बादशाह समझना शुरू कर दिया था। हालांकि, उसका प्रभाव धीरे-धीरे कम होता गया। फिलहाल, इस हत्याकांड ने मोकामा समेत पूरे बाढ़ इलाके में तनाव बढ़ा दिया है। पुलिस जांच में जुटी है और दोनों पक्षों की एफआईआर के आधार पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।