बिना रिश्वत दिए नहीं होता काम… रिश्वतखोरी से तंग युवक तीसरी मंजिल पर चढ़ा,
मुरादाबाद लेबर ऑफिस में हड़कंप
5 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: मुरादाबाद की कचहरी स्थित श्रम विभाग का कार्यालय गुरुवार दोपहर अचानक हाई वोल्टेज ड्रामा का केंद्र बन गया। अमरोहा का रहने वाला एक युवक सरकारी योजना का लाभ पाने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए विभाग की तीन मंजिला इमारत की छत पर चढ़ गया। युवक ने आरोप लगाया कि बिना पैसे दिए श्रम विभाग में कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती और आवेदन तक रद्द कर दिया जाता है। उसने धमकी दी कि अगर न्याय नहीं मिला तो वह छत से कूदकर जान दे देगा। इस घटना से पूरे जिला पंचायत परिसर में हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ इमारत के नीचे जमा हो गई।
छत पर चढ़कर युवक ने लगाई चीख-पुकार घटना दोपहर करीब 1:30 बजे की है, जब लोकेश कुमार नाम का युवक चुपचाप बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर पहुंच गया। वहां मुंडेर के बिल्कुल किनारे खड़े होकर वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि श्रम विभाग में बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता। उसका कहना था कि अधिकारियों ने उसके आवेदन को सिर्फ इसलिए रद्द कर दिया क्योंकि उसने पैसे देने से इनकार कर दिया था। युवक की चीख-पुकार सुनकर परिसर में मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस व अफसर पहुंचे, DLC ने संभाला मोर्चा स्थिति बिगड़ती देख पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और युवक को नीचे उतरने के लिए समझाने लगी, लेकिन वह बेहद गुस्से में था और किसी की बात मानने को तैयार नहीं था। इसके बाद उप श्रम आयुक्त (DLC) दीप्तिमान भट्ट मौके पर पहुंचे। उन्होंने युवक से बात की, उसे शांत कराया और उसकी समस्या को समझकर समाधान का भरोसा दिया। करीब प्रयासों के बाद युवक को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।
आधे पैसे मांग रहे थे बाबू नीचे उतरने के बाद लोकेश कुमार ने बताया कि दो साल पहले बेटे के जन्म पर उसने बाल शिशु योजना के तहत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया था। उसका आरोप है कि फॉर्म पास करने के बदले आधे पैसे रिश्वत में मांगे जा रहे थे। जब उसने मना किया तो उसका आवेदन रद्द कर दिया गया। लोकेश ने कहा कि उसका कहीं सुनवाई नहीं हुई, इसलिए मजबूरी में उसे यह कदम उठाना पड़ा।
तकनीकी वजह से रद्द हुआ आवेदन उप श्रम आयुक्त दीप्तिमान भट्ट ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि यह योजना केवल निर्माण श्रमिकों के लिए है, जबकि पुराने आवेदन में युवक द्वारा खेती का काम लिखा हुआ था। इसी तकनीकी कारण से आवेदन निरस्त किया गया था। उन्होंने कहा कि अब उसका नया आवेदन लिया जाएगा और नियमानुसार जो भी मदद संभव होगी, उसे समय पर उपलब्ध कराई जाएगी।