मुरादाबाद के मदरसे पर वर्जिनिटी सर्टिफिकेट विवाद के बाद प्रशासन का शिकंजा,
विदेशी फंडिंग की भी जांच शुरू
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में उस मदरसे को लेकर बवाल मचा हुआ है, जहां छात्रा से कथित तौर पर वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगे जाने का मामला सामने आया था। अब जिला प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण पर सख्त रुख अपनाते हुए जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी (डीएम) अनुज कुमार सिंह ने इस विवाद पर गंभीरता दिखाते हुए जांच कमेटी का गठन किया है। साथ ही मदरसे में चल रहे इंटर कॉलेज की गतिविधियों की भी पड़ताल शुरू कर दी गई है।
विदेशी फंडिंग की भी जांच डीएम अनुज कुमार सिंह ने बताया कि मदरसे में वर्जिनिटी सर्टिफिकेट विवाद के बाद विदेशी फंडिंग की शिकायत भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की तह तक जाने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जिसमें प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल हैं। यह टीम मदरसे से जुड़े बैंक खातों की जांच कर रही है। अगर जांच में विदेशी फंडिंग या उसके गलत इस्तेमाल के प्रमाण मिलते हैं, तो मामला केंद्रीय एजेंसियों को सौंपा जाएगा।
बैंक खातों की जांच जारी जिलाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए सीडीओ मुरादाबाद को भी जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा, हमने बैंकों से संबंधित विवरण मांगे हैं और सभी खातों की गहन जांच की जा रही है। जांच पूरी होने में कुछ दिन और लगेंगे। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आती है, तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मदरसे में इंटर कॉलेज भी संचालित प्रशासन के अनुसार, जिस मदरसे को लेकर विवाद चल रहा है, उसी भवन में एक इंटर कॉलेज भी संचालित है। इसलिए डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) मुरादाबाद को भी जांच के लिए भेजा गया है। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या मदरसे और इंटर कॉलेज की मान्यता का दुरुपयोग हुआ है या नहीं।
सांसद रुचि वीरा ने जताई चिंता मुरादाबाद की समाजवादी पार्टी सांसद रुचि वीरा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें यह पूरा मामला संज्ञान में मिला है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारियों से बातचीत करेंगी ताकि किसी निर्दोष को फंसाया न जाए और न्यायपूर्ण कार्रवाई सुनिश्चित हो।