नोटबंदी के 9 साल बाद भी बदले जा रहें पुराने नोट?
मुरादाबाद में 500-1000 के ₹1.5 करोड़ पकड़े, सिपाही निकला गैंग का हिस्सा
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: मुरादाबाद जिले में एक बड़ा मामला सामने आया है। चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक कार से डेढ़ करोड़ रुपये के पुराने नोट बरामद किए हैं। ये नोट 500 और 1000 रुपये के हैं, जो अब बंद हो चुके हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास कोई वैध कागजात नहीं मिले। पकड़े गए आरोपियों में यूपी पुलिस का एक सिपाही भी शामिल है। कार की डिग्गी में प्लास्टिक की दो बोरियों में ये नोट रखे थे।
गिरफ्तार आरोपियों में एक यूपी पुलिस का सिपाही भी शामिल
यह मामला डिलारी थाना क्षेत्र का है। जहां पुलिस हौसपुरा पुलिया के पास चेकिंग कर रही थी। तभी एक स्विफ्ट डिजायर कार को रोका गया। कार में छह लोग सवार थे। पुलिस को देखकर तीन लोग भाग गए। वहीं भाग रहे तीनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार लोगों में विक्की गौतम, मोहम्मद यासीन और मोहम्मद रियाज शामिल हैं। बता दें कि आरोपी विक्की गौतम यूपी पुलिस में सिपाही है। वह सीतापुर में तैनात था, लेकिन काफी समय से गायब चल रहा था। रियाज दोनों पैरों से दिव्यांग है। पुलिस ने उसे सहारा देकर मीडिया के सामने पेश किया।
कार की डिग्गी से दो बोरी कैश बरामद
कार की डिग्गी से दो बोरी बरामद हुईं। पहली बोरी में 1000 रुपए के 76 बंडल और 81 नोट मिले। इनकी कुल कीमत 76.81 लाख रुपए निकली। दूसरी बोरी में 500 रुपए के 146 बंडल और 36 नोट मिले। इनकी कीमत 73.18 लाख रुपए निकली। इस तरह कुल रकम 1.4999 करोड़ रुपए हुई।
बैंक अफसरों की मिलीभगत की जांच
SP क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि इस गैंग का पूरा नेटवर्क फैला हुआ है। सत्तार नामक व्यक्ति इन नोटों को बदलता था। वह बिजनौर के मुर्गी फार्म में रहता है। आरोपियों का दावा है कि बैंक अफसरों से उसकी सेटिंग थी। वह पुराने नोट लेकर 10% नए नोट देता था। इस बार भी गैंग को 15 लाख देने थे। फैसल नामक व्यक्ति पुराने नोट जमा करता था। फिर रियाज और यासीन के जरिये सत्तार तक भेजता था। पुलिस को इन पर संदेह है कि ये लोग बैंक अधिकारियों की मदद से नोट बदलवाते थे। इस पूरे नेटवर्क की जांच अभी जारी है। गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को सरकार ने नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए गए थे। अब इन्हें बैंक में भी नहीं बदला जा सकता। फिर भी ऐसे कई मामलों में पुराने नोट पकड़े जा रहे हैं। पुलिस अब सत्तार और फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।