सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने दिया बच्ची को जन्म,
वायरल फोटो निकली फर्जी
1 months ago Written By: Aniket prajapati
मेरठ हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने जेल में एक बच्ची को जन्म दिया है। डिलीवरी नैचुरल (सहज प्रसव) हुई और मां-बच्ची दोनों स्वस्थ बताये जा रहे हैं। मामला सामाजिक मीडिया पर फिर चर्चा का विषय बन गया, जब एक ऐसी तस्वीर वायरल हुई जिसमें मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल के साथ नवजात दिख रही थी। मेरठ जेल के सुपरिंटेंडेंट ने उस तस्वीर को फर्जी और एआई-जनित बताया है। जेल प्रशासन ने साफ किया है कि अस्पताल वार्ड में किसी बाहरी व्यक्ति की एंट्री नहीं थी और परिवार के सदस्य भी प्रसव के समय अस्पताल पर नहीं पहुंचे थे।
कौन हैं मुस्कान व मामला क्या था मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल पर मेरठ के सौरभ की हत्या का आरोप है। आरोप है कि दोनों ने सौरभ की हत्या कर शव के हिस्से फैंके थे—यह मामला पूरे देश में सुर्खियों में रहा था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से दोनों न्यायिक हिरासत में हैं और 19 मार्च से जेल में ही कैद बताये जाते रहे।
जेल में प्रसव और बच्ची का जन्म जेल अधिकारियों के अनुसार मुस्कान को प्रसव के लिए अस्पताल लाया गया, जहां उसने सामान्य (नेचुरल) तरीके से एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल में सुरक्षा और गोपनीयता के कड़े नियम लागू थे। जेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पैदा हुई बच्ची का नाम राधा रखा गया है और दोनों की स्वास्थ्य स्थिति ठीक बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने भी बताया कि किसी भी बाहरी रिश्तेदार को वार्ड में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।
वायरल तस्वीर: फैक्ट-चेक में फर्जी निकली सोशल मीडिया पर प्रसारित एक तस्वीर में मुस्कान को गोद में बच्ची लेकर और साहिल बगल में बैठे दिखाया गया था। यह तस्वीर तेजी से वायरल हुई और लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दीं। न्यूज एजेंसियों और जेल प्रशासन के फैक्ट-चेक में यह तस्वीर एआई-जनित व फर्जी पाई गई। मेरठ जेल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. वीरेश राज शर्मा ने स्पष्ट किया कि तस्वीर वही कपड़े दिखा रही है जो गिरफ्तारी के समय पहने हुए थे और यह डिजिटल रूप से संशोधित है।
जेल प्रशासन की टिप्पणी और आगे की कार्रवाई जेल प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों के प्रसार पर चिंता जताई है और नागरिकों से संवेदनशील मामलों में सावधानी बरतने का आग्रह किया है। पुलिस और जेल दोनों ही एजेंसियाँ मामले की निगरानी कर रही हैं। वायरल पोस्ट करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है—यह बताया गया है।