अकेली नहीं थी शाहीन… कानपुर GSVM से एक-साथ गायब हुए थे 4 और डॉक्टर,
खुल रहा है अब पूरा राज़
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसियों की पड़ताल में अब एक बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता चला है कि वर्ष 2013 में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर से सिर्फ डॉ. शाहीन ही नहीं, बल्कि चार अन्य डॉक्टर भी अचानक रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। इन सभी का वर्षों तक कोई पता नहीं चला और बाद में 2021 में सरकार ने चारों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इस खुलासे के बाद पूरे मेडिकल जगत में हलचल है और कई सवाल उठने लगे हैं।
2013 में एक-एक कर गायब हुए पांच डॉक्टर जानकारी के अनुसार, 2013 में फार्माकोलॉजी विभाग की प्रभारी रही डॉ. शाहीन अचानक कॉलेज से लापता हो गईं। कुछ दिनों बाद ही सर्जरी विभाग से लखनऊ के डॉ. निसार अहमद अंसारी, फिजियोलॉजी विभाग से सहारनपुर के डॉ. हफीजुल रहमान और एनाटॉमी विभाग से पश्चिम बंगाल के डॉ. हामिद अंसारी भी गायब हो गए। चार से पांच साल तक इन चारों की कोई खोज-खबर नहीं मिली, जिससे मामले पर और भी रहस्य गहराता गया।
2017-18 में अचानक लौटे तीन डॉक्टर करीब 4, 5 साल बाद 2017–18 में डॉ. निसार, डॉ. हफीजुल और डॉ. हामिद अचानक कॉलेज में लौट आए। कॉलेज प्रशासन ने उनसे पूछताछ की, लेकिन कोई भी अपना ठिकाना स्पष्ट नहीं बता सका।
डॉ. निसार और डॉ. हफीजुल टालमटोल करते रहे।
वहीं डॉ. हामिद ने सिर्फ इतना बताया कि वह सऊदी अरब गए थे।
लेकिन इतने वर्षों तक बिना सूचना कॉलेज से गायब रहने की संतोषजनक वजह कोई नहीं दे सका।
2021 में चारों डॉक्टर बर्खास्त लगातार अनुपस्थित रहने और संतोषजनक जवाब न देने पर 2021 में शासन ने चारों डॉक्टरों डॉ. शाहीन, डॉ. निसार, डॉ. हफीजुल और डॉ. हामिद को सेवा से हटा दिया। जांच में यह भी सामने आया कि 2020 में डॉ. शाहीन ने कॉलेज को लेटर लिखकर दोबारा ज्वाइन करने की इच्छा जताई थी। पत्र में उन्होंने तलाक के बाद मानसिक अवसाद में रहने की बात लिखी थी। कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने बताया कि चारों की खोज के लिए टीम भेजी गई थी, लेकिन उनके घरों पर ताले लटके मिले थे।
क्या यह सिर्फ संयोग था या कोई बड़ा रहस्य? अब जांच एजेंसियों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि एक ही कॉलेज से पांच डॉक्टरों का एक-एक कर गायब होना क्या सिर्फ संयोग था या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश या प्रयोग चल रहा था? दिल्ली ब्लास्ट मामले में डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद इन पुराने मामलों की फाइलें फिर से खुल गई हैं और सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू को खंगाल रही हैं।