लाजपोर जेल में नारायण साईं के पास मोबाइल मिला,
पुलिस ने नया मामला दर्ज किया
1 months ago Written By: Aniket prajapati
आसाराम के बेटे और आजीवन कारावास की सजा काट रहे नारायण साईं की परेशानी और बढ़ गई है। सूरत की लाजपोर सेंट्रल जेल में उनके पास एक मोबाइल फोन मिलने के बाद सचिन पुलिस थाने में उनके खिलाफ नया केस दर्ज किया गया है। जेल प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि हाई-सिक्योरिटी बैरक नंबर-1 में बंद नारायण साईं मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा है। इसके बाद जेल स्टाफ ने तत्काल तलाशी अभियान चलाया और उनके सेल से स्मार्टफोन, बैटरी और सिम कार्ड बरामद किए।
लोहे के दरवाजे के पीछे चुंबक से चिपकाया था फोन जेल स्क्वॉड ने नारायण साईं के अलग सेल (सेल नंबर-1) की गहन तलाशी ली। जांच के दौरान लोहे के मुख्य दरवाजे के पीछे एक स्मार्टफोन चुंबक की मदद से चिपका हुआ मिला। इसके अलावा जियो कंपनी का एक सिम कार्ड भी बरामद किया गया। अधिकारियों के अनुसार फोन इतनी चतुराई से छिपाया गया था कि सामान्य जांच में पकड़ा जाना मुश्किल था।
शातिर तरीके से करता था मोबाइल का इस्तेमाल तलाशी और जांच में यह भी पता चला कि नारायण साईं बातचीत पूरी होने के बाद मोबाइल से बैटरी और सिम कार्ड तुरंत निकाल देता था। सिम कार्ड—इनहेलर के अंदर छिपाकर रखा जाता था। बैटरी सेंट्री रूम के दरवाजे में लगे नाकूचे (की-होल) में छिपाई हुई मिली। जेल स्टाफ की सतर्कता से यह बैटरी भी बरामद कर ली गई। अधिकारी मान रहे हैं कि यह पूरा सिस्टम लंबे समय से चल रहा था और नारायण साईं लगातार बाहरी संपर्क में था।
पुलिस जांच में जुटी, FIR दर्ज जेल प्रशासन की शिकायत पर सचिन पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और गुजरात जेल मैनुअल के नियमों के तहत नारायण साईं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है, मोबाइल फोन जेल के अंदर कैसे लाया गया इसमें किसकी मदद शामिल थी? वह इस फोन से किन-किन लोगों से संपर्क कर रहा था?
गंभीर अपराध है जेल में मोबाइल रखना एसीपी नीरव गोहिल ने बताया कि नारायण साईं जहांगीरपुरा रेप केस में दोषी है। उन्होंने कहा कि हाई-सिक्योरिटी बैरक में मोबाइल मिलना बेहद गंभीर मामला है। फोन, सिम और बैटरी बरामद होने के बाद तुरंत एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की गहन जांच जारी है।