लखनऊ में ED ने सील की 200 साल पुरानी 'नेहरू मंजिल' नेशनल हेराल्ड केस में नया मोड़,
कांग्रेस बोली- गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं
7 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ के कैसरबाग स्थित करीब 200 साल पुरानी ‘नेहरू मंजिल’ को सील कर दिया है। यह इमारत अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड का दफ्तर हुआ करती थी। ED ने इसे मनी लॉन्ड्रिंग केस में अटैच कर लिया है। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे बदले की राजनीति करार दिया है। फिलहाल ED की इस कार्रवाई से गाँधी परिवार की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं।
9 अप्रैल को जारी किया गया था नोटिस
ED ने 9 अप्रैल 2025 को इस इमारत के मुख्य गेट पर PMLA की धारा 5(1) के तहत नोटिस चस्पा किया था। इस पर ED के डिप्टी डायरेक्टर नवनीत राणा के हस्ताक्षर हैं। नोटिस में बताया गया है कि यह संपत्ति अवैध रूप से अर्जित मानी गई है और अब इसे जब्त किया जा रहा है। इसके बाद इमारत पर ताला लगाकर उसे सील कर दिया गया।
₹148 करोड़ की है अनुमानित कीमत
जानकारी के मुताबिक बंद हो चुके नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की लखनऊ स्थित इस संपत्ति का कुल क्षेत्रफल करीब 40 हजार वर्ग फीट है। इसका मौजूदा सर्किल रेट करीब ₹35 करोड़ है, जबकि बाजार कीमत विशेषज्ञों के अनुसार ₹148 करोड़ तक हो सकती है। इस परिसर में कुछ मकान और दुकानें किराए पर चल रही हैं। साथ ही, इंदिरा गांधी आई हॉस्पिटल AJL की इस संपत्ति का करीब 20% हिस्सा लीज पर इस्तेमाल कर रहा है।
तीन शहरों की संपत्तियों पर ED की नजर
ED ने 11 अप्रैल 2025 को PMLA की धारा 8 और 2013 के नियम 5(1) के तहत दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में AJL की अचल संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। रजिस्ट्री कार्यालयों को नोटिस भेजे गए हैं। मुंबई के बांद्रा स्थित Herald House में भी नोटिस चस्पा किया गया है। वहां किराया देने वाली कंपनी Jindal South West Projects Ltd को रकम सीधे ED के खाते में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। ED का आरोप है कि AJL की संपत्तियों का उपयोग ₹18 करोड़ के फर्जी दान, ₹38 करोड़ के फर्जी एडवांस किराया और ₹29 करोड़ के फर्जी विज्ञापन के रूप में अवैध आय छिपाने में किया गया।
कांग्रेस का तीखा हमला
ED की कार्रवाई के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- “नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना एक निरंकुश तानाशाह द्वारा खीज में कराई जा रही कार्रवाई है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी के सवालों से घबराकर ये कदम उठाया गया है। लेकिन कांग्रेसजन गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं। सांच को आंच नहीं आती। हम चुप नहीं बैठेंगे।”
कांग्रेस कार्यालय पर भी पहुंची थी ED
सूत्रों के मुताबिक, 11 अप्रैल को ED की एक टीम उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भी पहुंची थी। यहां नेशनल हेराल्ड से जुड़ी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज जुटाए गए। इसके बाद टीम कैसरबाग पहुंची और नेहरू मंजिल पर अटैचमेंट नोटिस चस्पा कर सीलिंग की कार्रवाई की।