ई-साइकिल प्रोजेक्ट में अधिकारियों की मिलीभगत,
जांच समिति ने सख्त कार्रवाई का संकेत दिया
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए 2023 में शुरू किए गए ई-साइकल प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार और गड़बड़ी की शिकायतों के बाद नोएडा अथॉरिटी ने जांच शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट में कुछ अधिकारियों द्वारा नियमों में बदलाव और एजेंसी को फायदा पहुंचाने की जानकारी सामने आई है। सीईओ लोकेश एम ने तीन सदस्यीय कमिटी गठित की है, जो प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी जुटाकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। ट्रैफिक सेल ने अवैध यूनिपोल और होर्डिंग हटाने का काम भी शुरू कर दिया है।
प्रोजेक्ट में नियम बदलने का मामला जांच में सामने आया कि ट्रैफिक सेल के अधिकारियों ने आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) में बदलाव करके एजेंसी को फायदा पहुंचाया। आरएफपी के मुताबिक प्रोजेक्ट के एग्रीमेंट के बाद एक नया एग्रीमेंट बनाया गया, जिसमें एजेंसी को डॉक स्टेशन के बाहर दोगुने बड़े प्रचार होर्डिंग लगाने की अनुमति दी गई। इससे प्रोजेक्ट का उद्देश्य प्रभावित हुआ और शहर में अनावश्यक विज्ञापन लगे।
डॉक स्टेशन पर कार्रवाई शुरू नोएडा ट्रैफिक सेल ने अब 62 जगह पर बनाए गए डॉक स्टेशनों पर लगी अवैध यूनिपोल और होर्डिंग हटाने का काम शुरू कर दिया है। जीएम एसपी सिंह ने बताया कि सेक्टर-128 और सेक्टर-62 के डॉक स्टेशनों पर लगे विज्ञापन पहले ही हटाए जा चुके हैं। इस कार्रवाई से शहर की सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर हो रहे अवैध विज्ञापन पर रोक लगेगी।
जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम ने कहा कि जांच में जो भी अधिकारी या कर्मचारी गड़बड़ी में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जांच कमिटी ने ट्रैफिक सेल के अधिकारियों को नोटिस भेजकर दूसरा आरएफपी बनाने और बदलाव करने की पूरी जानकारी मांगी है। नोएडा ई-साइकल प्रोजेक्ट का उद्देश्य शहर को प्रदूषण मुक्त बनाना था, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत और नियमों में बदलाव से यह योजना प्रभावित हुई। जांच पूरी होने के बाद ही दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।