नोएडा में SIR अभियान का दबाव:
महिला टीचर ने BLO की ड्यूटी से परेशान होकर नौकरी छोड़ी
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
नोएडा में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान का बोझ शिक्षकों पर लगातार बढ़ता जा रहा है। वोटर लिस्ट अपडेट करने के लिए जिले के सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों को BLO यानी बूथ लेवल अफसर बनाकर घर-घर जाना पड़ रहा है। इसी दबाव के बीच नोएडा की एक महिला टीचर ने काम की अधिकता और स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए अपनी नौकरी से ही इस्तीफा दे दिया। यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
किस टीचर ने दिया इस्तीफ़ा?
यह मामला नोएडा सेक्टर-34 के गेझा उच्च प्राथमिक विद्यालय का है। यहां की शिक्षिका पिंकी सिंह को SIR अभियान के तहत रॉकवुड स्कूल मतदान केंद्र पर BLO की जिम्मेदारी दी गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, पिंकी सिंह ने पहले ही अपील की थी कि उन्हें SIR अभियान की ड्यूटी न दी जाए, लेकिन उनकी बात न सुनी गई और न स्वीकार की गई।
टीचर ने इस्तीफे में क्या लिखा?
पिंकी सिंह ने अपना इस्तीफा BLO के आधिकारिक ग्रुप पर जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजा। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि—
उनका BLO पार्ट नंबर 206 है।
1179 मतदाता उनके भाग में दर्ज हैं।
वह 215 फॉर्म ऑनलाइन फीड कर चुकी हैं।
वह थायरॉइड की मरीज हैं, जिससे उन्हें लगातार कमजोरी होती है।
वह पारिवारिक समस्याओं से भी जूझ रही हैं।
इस्तीफे में उन्होंने लिखा: "अब मुझसे यह काम नहीं होगा। न शिक्षण कार्य हो पाएगा और न ही BLO का काम। कृपया बताएं कि निर्वाचन का सामान किसे सौंप दूं।"
स्कूल प्रिंसिपल और BSA ने क्या कहा?
स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि BLO की ड्यूटी उनके हिस्से में आई थी, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी दी गई। वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) राहुल पवार ने कहा कि उन्हें इस इस्तीफे की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है और न ही किसी शिक्षक ने उन्हें इस्तीफा भेजा है।
शिक्षकों पर बढ़ता दबाव
यूपी सहित देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR अभियान चल रहा है। जहां-जहां सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को BLO बनाकर घर-घर सर्वे करना पड़ रहा है, वहां शिक्षकों पर काम का बोझ बहुत बढ़ गया है। कुछ जगहों से बीमारी, थकान और यहां तक कि मौत के मामले भी सामने आए हैं।