अमेरिका में दत्तक मां पर लगाए आरोपों से मुकर गई ओडिशा की पूजा:
विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद भारत लौटी युवती ने कहा—"सब भारत आने के लिए किया"
1 months ago Written By: Aniket prajapati
ओडिशा की एक 21 वर्षीय युवती पूजा, जिसे 2018 में एक भारतीय-अमेरिकी सिंगल मदर ने गोद लिया था, हाल ही में अपने गंभीर आरोपों से पलट गई है। विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद अमेरिका से भारत लाई गई पूजा ने वापसी के बाद कहा कि उसने सोशल मीडिया पर जो आरोप लगाए थे, वे सही नहीं थे और उसने यह सब सिर्फ भारत आने के लिए किया था। यह मामला सोशल मीडिया, प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय गोद लेने की प्रक्रियाओं पर नई बहस छेड़ रहा है।
क्या था पूरा मामला?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 13 नवंबर 2025 को पूजा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में उसने दावा किया कि दत्तक मां उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करती हैं और जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डालती हैं। एक क्लिप में उसे यह कहते हुए सुना गया"मैं हिंदू हूं और वे मुझे ईसाई बनने के लिए मजबूर करती हैं। मना करने पर परेशान करती हैं।"वीडियो वायरल होने के बाद ओडिशा सरकार ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की। इसके बाद पूजा को इमरजेंसी पासपोर्ट जारी कर भारत लाया गया।
भारत लौटते ही बदल दिया बयान
25 नवंबर को भुवनेश्वर एयरपोर्ट पहुंचते ही पूजा अपने आरोपों से पीछे हट गई। उसने कहा कि दत्तक मां ने उसके साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया और उसने झूठे आरोप सिर्फ भारत वापस आने के लिए लगाए थे।उसने बताया कि वह बालासोर के एक युवक से प्यार करती है और उसी के साथ रहने के लिए भारत लौटना चाहती थी। दोनों स्कूल में साथ पढ़े थे और 2024 में सोशल मीडिया पर उनका फिर से संपर्क हुआ।
कब और कैसे हुई थी गोद लेने की प्रक्रिया?
अधिकारियों के अनुसार, 2018 में पूजा को भुवनेश्वर के एक चाइल्डकेयर होम से अमेरिका भेजा गया था। इससे पहले उसे बेंगलुरु से बचाकर ओडिशा लाया गया था और बाद में भुवनेश्वर स्थित होम में रखा गया। उसके बाद भारतीय मूल की एक महिला ने उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत गोद लिया।
अब कहाँ है पूजा?
अमेरिका से लौटने के बाद बालासोर जिला प्रशासन ने पूजा को राहत एवं पुनर्वास गृह में रखा है। अधिकारी ने बताया कि आगे की प्रक्रिया उसके बयान और सुरक्षा के आधार पर तय की जाएगी।