ब्लॉक प्रमुख चुनाव हरवाए जाते थे… ओपी राजभर का अखिलेश पर सीधा निशाना,
CCTV चोरी तक का लगाया आरोप
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर का दो दिवसीय सुल्तानपुर दौरा गुरुवार को संपन्न हो गया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कड़ा हमला बोला। राजभर ने कहा कि सपा शासनकाल अपराध और भ्रष्टाचार का दौर था, जब अपराधी खुलेआम घूमते थे। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात में सपा सरकार के पुराने कारनामों को गिनाया और वर्तमान योगी सरकार की कानून-व्यवस्था की सराहना की।
सपा शासन पर साधा निशाना दौरे के आखिरी दिन जनसभा को संबोधित करते हुए राजभर ने कहा कि अखिलेश की सरकार में अपराधी बेलगाम थे। लोग छुट्टा सांड की तरह घूमते थे और जनता डर में जीती थी। उन्होंने पंचायत चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत चुनावों में विपक्षी प्रत्याशियों को नामांकन तक नहीं भरने दिया जाता था। प्रधानों को उनके घर से उठा लिया जाता था और सीसीटीवी कैमरे तक गायब कर दिए जाते थे, ताकि गड़बड़ियों के सबूत न मिलें।
मोदी-योगी सरकार की तारीफ राजभर ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार की उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पीएम आवास, उज्ज्वला और आयुष्मान जैसी योजनाओं से गरीबों का जीवन बेहतर हुआ है। उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार में अपराध पर रोक लगी है और अब सुल्तानपुर जैसे जिलों में भी शांति का माहौल है। राजभर ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इन उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं ताकि 2027 में एनडीए को मजबूत समर्थन मिल सके।
ग्रामीणों से की मुलाकात दौरे के दौरान राजभर ने कई गांवों का भ्रमण किया और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। सड़क, बिजली और पानी की दिक्कतों पर उन्होंने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। सुभासपा के प्रदेश महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि यह दौरा पार्टी को मजबूत करने और पिछड़े वर्गों को एकजुट करने की रणनीति का हिस्सा है।
अखिलेश से पुरानी तनातनी राजभर और अखिलेश के बीच टकराव नया नहीं है। 2017 में राजभर ने सपा-बसपा गठबंधन के खिलाफ बीजेपी का साथ दिया था, जिसके बाद से वे लगातार सपा पर निशाना साधते रहे हैं। हाल ही में अखिलेश के जन्मदिन पर दिए एक बयान को लेकर भी दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग हुई थी। राजभर ने कहा था कि सपा की PDA रणनीति सिर्फ वोट बैंक की राजनीति है, जबकि हकीकत में दलित और ओबीसी उनके शासन में सबसे ज्यादा उपेक्षित रहे।