पीलीभीत में पति-पत्नी ने वीडियो बनाते हुए खाया जहर, SDM, नगर पंचायत और ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप,
कहा- भ्रष्टाचार उजागर करने पर मिल रही थी धमकियां
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: पीलीभीत के बरखेड़ा कस्बा में एक दंपती ने गुरुवार की सुबह जहर खा लिया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। इसरार और उनकी पत्नी ने जहर खाने से पहले एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बीसलपुर एसडीएम, नगर पंचायत अध्यक्ष और एक ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए। दोनों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पत्नी की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भ्रष्टाचार पर खबर प्रकाशित करने के बाद शुरू हुई परेशानियां
बता दें कि इसरार जो खुद एक स्थानीय पत्रकार हैं उन्होंने वीडियो में बताया कि वे और उनकी पत्नी इतने परेशान हो गए हैं कि उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीसलपुर के एसडीएम नागेंद्र पांडे, बरखेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष श्याम बिहारी भोजवाल और ठेकेदार मोईन ने उन पर इतना दवाब बनाया कि वे मजबूर हो गए अपनी जान देने के लिए। इसरार ने कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने नगर पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर प्रकाशित की थी, जिसका संज्ञान मुख्यमंत्री ने लिया था। इसके बाद 19 मई की रात उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया और लगातार उन्हें परेशान किया गया।
वीडियो में दंपती ने पुलिस पर भी लगाएं गंभीर आरोप
वीडियो में दंपती ने पुलिस की भी निंदा की बताया कि पुलिस भी उनके परिवार को परेशान कर रही थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। वीडियो वायरल होने के बाद परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे और दोनों की जान बचाने की कोशिश की। वहीं पत्नी की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
ठेकेदार मोईन हुसैन ने इसरार पर लगाया आरोप
ठेकेदार मोईन हुसैन ने इस मामले में अपनी अलग दलील दी है। उन्होंने बताया कि इसरार उनसे 15 हजार रुपये मांग रहे थे और पैसे न देने पर धमकी देने लगे। उन्होंने कहा कि इसरार ने उनके खिलाफ गलत खबरें फैलाने की धमकी दी साथ ही उन्हें गालियां दीं। ठेकेदार ने पुलिस से इसरार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ की सख्त कार्रवाई की मांग
परिजन बताते हैं कि दंपती को कई दिनों से एसडीएम, नगर पंचायत अध्यक्ष और ठेकेदार द्वारा धमकाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि झूठा मुकदमा भी लिखा गया था, जिसके कारण दोनों ने यह खौफनाक कदम उठाया। उन्होंने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की है।
एसडीएम नागेंद्र पांडे ने आरोपों को बताया निराधार
बीसलपुर एसडीएम नागेंद्र पांडे ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है और कहा कि आरोप निराधार हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष श्याम बिहारी भोजवाल ने भी कहा कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है और मामला ठेकेदार और इसरार के बीच का विवाद है।