प्रधानमंत्री फसल बीमा घोटाला बुंदेलखंड में,
केंद्र सरकार ने जांच के दिए निर्देश
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हुए बड़े पैमाने के घोटाले की जानकारी अब केंद्रीय कृषि मंत्री तक पहुंच गई है। क्षेत्रीय सपा सांसद अजेंद्र सिंह लोधी की शिकायत पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महोबा और हमीरपुर जिलाधिकारी को मामले की गहन जांच कर रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जांच में सामने आया है कि नटवरलालों ने वन भूमि, तालाब, नदी-नालों सहित अन्य सरकारी जमीनों पर फर्जी फसल बीमा पॉलिसी बनाकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की।
सांसद की शिकायत और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया सपा सांसद अजेंद्र सिंह लोधी ने सितंबर माह में केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखकर बुंदेलखंड में फसल बीमा घोटाले की गहन जांच की मांग की थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को गंभीरता से लिया और राज्य सरकार को निर्देश दिए कि महोबा और हमीरपुर डीएम मामले की पूरी जांच कर रिपोर्ट तैयार करें।
कई राज्यों में फैला फर्जीवाड़ा जांच में पता चला कि नटवरलालों ने बीमा कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर 40 करोड़ से अधिक का घोटाला किया। मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार सहित अन्य राज्यों में भी इसी तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया। इस मामले में इफको टोकियो बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक निखिल सहित 26 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 16 गिरफ्तार हो चुके हैं। बीमा कंपनी का जिला प्रबंधक अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
चकबंदी प्रक्रिया का फायदा उठाकर किया फर्जीवाड़ा जालसाजों ने चकबंदी प्रक्रिया वाले गांवों का डेटा ऑनलाइन न होने का फायदा उठाकर फर्जी अभिलेख बनाकर भूस्वामी और बटाईदार बनकर बीमा कराया। बीमा कंपनी के कर्मचारियों ने जांच के नाम पर फर्जीवाड़े को छुपाने का काम किया। जय जवान जय किसान एसोसिएशन पिछले 102 दिनों से तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहा है।
सांसद का संघर्ष और किसानों के लिए कार्रवाई सांसद अजेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि किसानों के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्र सरकार तक मामला पहुंचने के बाद अब और कड़ी कार्रवाई होने की उम्मीद है। गहन जांच से कई और नाम सामने आ सकते हैं और नटवरलालों की गिरफ्तारी संभव है।