प्रतापगढ़ का दागी इंस्पेक्टर फरार,
50 हजार इनाम के बाद भी पुलिस को नहीं मिली गिरफ्तारी
18 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: प्रतापगढ़ जिले के बिहार गंज बाजार में एक बार फिर पुलिस महकमे का नाम काले दाग में दर्ज हो गया। पूर्व इंस्पेक्टर जय चंद भारती ने चचेरे भाईयों को गोली मारने के मुख्य आरोपी मस्सन अली से मोटी रकम लेकर उसे बचाने की कोशिश की। मामला उजागर होते ही पुलिस ने जय चंद को निलंबित और फिर बर्खास्त कर दिया। गिरफ्तारी के लिए पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया, लेकिन वह अब तक फरार है और पुलिस उसकी खोज में लगातार सक्रिय है।
मामला कैसे हुआ उजागर जानकारी के मुताबिक, 16 जून को मस्सन अली को बचाने के लिए जय चंद ने अपने आवास पर दस लाख रुपए की रिश्वत ले ली। इसकी खबर मिलते ही उच्च अधिकारियों ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी। जांच के बाद भ्रष्टाचार की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई। मुकदमा दर्ज होने के तुरंत बाद दागी इंस्पेक्टर फरार हो गया।
पुलिस की सक्रियता और चुनौती पुलिस ने फरार इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया। इनाम के बाद पुलिस की टीमें सक्रिय हो गईं और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। हालांकि, पुलिस को अब तक जय चंद भारती का कोई सुराग नहीं मिला। टीमें कहीं हमदर्दी और कहीं बेरहमी के बीच उसका पता लगाने में जुटी हैं।
पहले भी खाकी वर्दी पर लगे दाग बता दें कि यह पहला मामला नहीं है। वर्ष 2019 में सआदतगंज क्षेत्र के तेल व्यवसायी श्रवण साहू के फर्जी मुकदमे में चार युवकों को जेल भेजने के लिए दरोगा धीरेन्द्र शुक्ला, अनिल सिंह और धीरेन्द्र यादव बर्खास्त किए गए थे। वहीं, 2013 में गाजीपुर के बर्खास्त इंस्पेक्टर संजय राय ने अपनी प्रेमिका की चाहत में शूटरों से मासूम माज की हत्या कराई थी।