प्रयागराज में टीचर ने 3.5 साल के मासूम को थप्पड़ मारा,
जमीन पर गिरा तड़पता रहा, बार-बार मांगा पानी-मौत
1 months ago
Written By: STATE DESK
Prayagraj School Tragedy: प्रयागराज में एक निजी स्कूल में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां महज साढ़े तीन साल के नर्सरी छात्र की टीचर द्वारा थप्पड़ मारे जाने के बाद मौत हो गई। यह मामला नैनी थाना क्षेत्र के महेवा पश्चिम पट्टी इलाके का है। मृतक छात्र की पहचान शिवाय के रूप में हुई है, जो दीन दयाल जूनियर हाई स्कूल में नर्सरी का छात्र था। घटना के बाद परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं स्कूल में ताला बंद कर पूरा स्टाफ फरार है।
भाई की आंखों के सामने टूटा भाई का दम
मामले पर जानकारी देते हुए मृतक शिवाय के बड़े भाई सुमित, जो उसी स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ते हैं, ने जो बताया, वो वाकया रोंगटे खड़े कर देने वाला था। सुमित के मुताबिक, "भाई रो रहा था। दो टीचर्स उसे मेरे क्लास में लेकर आईं और बेंच पर बैठा दिया। वह चुप नहीं हुआ, तो एक टीचर ने उसके गाल पर जोरदार थप्पड़ मार दिया। उसका सिर बेंच से टकरा गया और वह जमीन पर गिर पड़ा। मुंह और नाक से खून निकलने लगा। वह बार-बार पानी मांगता रहा, मगर किसी ने पानी तक नहीं दिया। जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई।”
परिजन पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी
मां पूनम और पिता वीरेंद्र को सुबह 9 बजे स्कूल से कॉल आया कि उनका बेटा बेहोश हो गया है। वे भागते हुए स्कूल पहुंचे, जहां देखा कि शिवाय के मुंह से खून निकल रहा था और सिर पर चोट के निशान थे। उसे पहले चाका सीएचसी और फिर एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मां बोलीं – मेरा बेटा प्यासा तड़पकर मर गया
शिवाय की मां पूनम पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। पूनम ने कहा, "मेरा बेटा जब रोता था तो मैं स्कूल में रुक जाती थी। गुरुवार को जब वह रो रहा था, तो टीचर ने उसे सुमित के पास भेज दिया। वहां उसे डांटा गया और थप्पड़ मारा गया। मेरा बच्चा तड़प-तड़पकर बिना पानी के मर गया।"
केस दर्ज, स्कूल स्टाफ फरार
वहीं घटना के बाद मृतक के पिता वीरेंद्र की तहरीर पर टीचर्स आरती और शिवांगी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर नैनी बृज किशोर ने बताया कि बच्चे के शव का दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया गया और बिसरा सुरक्षित रखा गया है। स्कूल में ताला लगा है और पूरा स्टाफ फरार है।
स्कूल प्रबंधन और आरोपी टीचर ने भी दी सफाई
वहीं स्कूल प्रबंधक कृष्ण मोहन गुप्ता ने कहा कि “बच्चा हमेशा रोता रहता था। गुरुवार को भी वह शांत नहीं हो रहा था, इसलिए उसे उसके भाई के क्लास में ले जाया गया। वहां वह बेंच से गिरा। स्कूल का कोई दोष नहीं है।” वहीं आरोपी टीचर आरती ने भी कहा, "मैंने बच्चे को मारा नहीं था, बस डांटा था। वो स्टूल से गिरा और बेहोश हो गया।"