प्रयागराज लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार, किसानों को मिलेगा चार गुना मुआवजा,
जानिए पूरी डिटेल
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: प्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। शहर में लाइट मेट्रो परियोजना को लेकर तेजी से काम शुरू हो रहा है। जल्द ही ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए भूमि का अधिग्रहण होगा। इस दौरान किसानों को उनकी जमीन का सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, जिन मकानों पर इसका असर पड़ेगा, उनके मालिकों को मकान की कीमत का दो गुना पैसा मिलेगा। परियोजना के लिए एक मेट्रो काउंसिल बनाई जाएगी, जिसमें 30 सदस्य होंगे। इस मेट्रो का संचालन दो फेज में किया जाएगा, जो पूरे शहर के यातायात को नया रूप देगा।
मेट्रो काउंसिल और अधिग्रहण की प्रक्रिया
स्टेशन के लिए जमीन पहले से तय कर ली गई है और अब ट्रैक व स्टेशन के लिए अधिग्रहण की तैयारी है। भूमि अधिग्रहण का जिम्मा मेट्रो काउंसिल संभालेगी। इस काउंसिल में प्रमुख सचिव नगर विकास, राज्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। कुल 30 सदस्यों की टीम इस काम को देखेगी। लगभग 100 गांवों के किसानों से जमीन ली जाएगी।
दो फेज में होगा संचालन
लाइट मेट्रो का संचालन दो हिस्सों में होगा। पहला रूट बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक 23 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 20 स्टेशन बनेंगे। दूसरा रूट शांतिपुरम से छिवकी तक 21 किलोमीटर लंबा होगा, जिस पर 19 स्टेशन होंगे। मुख्य स्टेशन परेड मैदान में होगा। मेट्रो हर स्टेशन पर एक से दो मिनट रुकेगी।
खर्च और स्टेशनों का विवरण
पूरी परियोजना पर 8747 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बमरौली रूट पर प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइंस, मेडिकल कॉलेज चौराहा और संगम जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन होंगे। वहीं छिवकी रूट पर फाफामऊ, एमएनएनआईटी, यूनिवर्सिटी रोड, परेड मैदान, नैनी और छिवकी स्टेशन शामिल होंगे।
लाइट मेट्रो की खासियत
लाइट मेट्रो सामान्य मेट्रो से छोटी होती है। इसमें तीन डिब्बे होंगे, जिनमें एक साथ 200 से 300 यात्री सफर कर सकेंगे। इसका ट्रैक सड़क के बराबर जमीन पर ही होगा और स्टेशन बस स्टॉप जैसे छोटे होंगे। यह उन जगहों के लिए उपयुक्त है जहां सड़कों और फुटपाथ की चौड़ाई कम है।