प्रयागराज पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी लापरवाही,
जौनपुर का शव फतेहपुर वाले ले गए, बीच रास्ते पता चला सच
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पोस्टमार्टम हाउस की लापरवाही का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां शव सौंपने में इतनी बड़ी गलती हो गई कि जौनपुर के व्यक्ति का शव फतेहपुर के लोग लेकर चल दिए। थोड़ी देर तक किसी को इसकी भनक भी नहीं लगी। हालांकि, समय रहते गलती पकड़ में आ गई और फतेहपुर जा रहे लोग बीच रास्ते से वापस लौट आए। यह घटना उस समय हुई जब पोस्टमार्टम हाउस में रोज की तरह शव लाने और ले जाने की प्रक्रिया चल रही थी।
दो अलग-अलग जिलों के दो लोगों का पोस्टमार्टम
घटना के दिन पोस्टमार्टम के लिए दो शव लाए गए थे।
• पहला शव — जितेंद्र कुमार (40 वर्ष), निवासी खागा विजयनगर रेलवे कॉलोनी, फतेहपुर। वे रेलकर्मी थे और ट्रैक पर काम करते समय कालिंदी एक्सप्रेस की चपेट में आने से उनकी मौत हुई थी।
• दूसरा शव — अवधेश कुमार उमर वैश्य (57 वर्ष), निवासी मीरगंज, जौनपुर।
वे किराना व्यवसायी थे और उनकी मौत सड़क हादसे में हुई थी। दोनों का पोस्टमार्टम हुआ और शवों को सील कर दिया गया। लेकिन यहीं पर बड़ी गलती हो गई।
जितेंद्र के घरवालों को मिला किसी और का शव
शव सौंपते समय कर्मचारियों से भारी गलती हो गई। जितेंद्र के परिवार वाले अवधेश कुमार का शव लेकर फतेहपुर के लिए निकल गए। कुछ देर तक उन्हें इस गलती का पता नहीं चला। उधर, जब जौनपुर के अवधेश कुमार का शव उनके घरवालों को दिया गया, तो उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि शव का चेहरा दिखाया जाए। जैसे ही उन्होंने शव का चेहरा देखा, उनके होश उड़ गए। शव उनके परिजन का नहीं था। यहीं से हड़कंप मच गया और जांच शुरू की गई।
रास्ते में रोका गया वाहन, बाकी शवों की भी जांच
कर्मचारियों ने तुरंत फोन करके उन लोगों से संपर्क किया जो शव लेकर निकल चुके थे।बांदा और बारा के लिए निकले परिवारों को भी शव का चेहरा देखकर पहचान करने के लिए कहा गया। उन दोनों परिवारों ने रास्ते में गाड़ी रोककर शव देखा और पुष्टि की कि शव उन्हीं के परिजन का है।लेकिन फतेहपुर जा रहे जितेंद्र के घरवाले जब सुलेमसराय पहुंचे, तो उन्होंने शव देखा और समझ गए कि यह उनके परिजन का नहीं है। वे तुरंत वापस पोस्टमार्टम हाउस लौटे और सही शव लेकर घर गए।