सीमा पर भेजो हमें...साधु-संतों की पीएम मोदी से अपील,
गंगा किनारे शास्त्रों के साथ किया शस्त्र अभ्यास,
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा है। आम लोगों के साथ अब संत-महात्मा भी आक्रोश में दिखाई पड़ रहें हैं। ऐसा ही एक वाकया प्रयागराज में हुआ, जहां के साधु-संतों ने पीएम मोदी से मांग की है कि अगर इजाजत मिले तो वे पाकिस्तान पर चढ़ाई के लिए तैयार हैं। बता दें कि श्रृंगवेरपुर धाम में इन दिनों गंगा किनारे संत शस्त्रों का अभ्यास कर रहे हैं। संतों का कहना है कि आतंक का अंत अब ज़रूरी है। श्रृंगवेरपुर धाम से यह संदेश पूरे देश में गया है। अब धर्म की रक्षा के लिए साधु संत भी तैयार हैं। वे चाहते हैं कि आतंक का अंत हो और देश में शांति फैले।
श्रृंगवेरपुर धाम में संतों का शस्त्र अभ्यास
श्रृंगवेरपुर धाम प्रयागराज में स्थित है। यह स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों रूप से खास है। यहां पर कभी श्रृंग ऋषि ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था। अब उसी जगह से संत-महात्मा देश की रक्षा के लिए खड़े हो गए हैं। जगद्गुरु स्वामी शांडिल्य जी महाराज खुद अभ्यास करवा रहे हैं। वे अपने शिष्यों के साथ तलवार, गदा, भाला जैसे शस्त्रों का उपयोग सिखा रहे हैं। संतों ने पहले गंगा स्नान किया। फिर सभी शस्त्रों की विधिवत पूजा की गई।
सरकार आदेश दे तो संत भी लड़ने को तैयार
स्वामी शांडिल्य जी ने कहा पाकिस्तान आतंक की नर्सरी बन चुका है। जब तक वह रहेगा आतंकवाद भी रहेगा। हमें इस जड़ को खत्म करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक इस हमले का जवाब चाहता है। अगर सरकार आदेश दे तो हम संत भी सीमा पर जाकर युद्ध करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि संतों का मानना है सनातन धर्म में शस्त्र और शास्त्र दोनों का महत्व है। पुराने समय में नागा संन्यासियों ने शस्त्र लेकर देश की रक्षा की थी। आज भी हर आश्रम में पुराने शस्त्र सुरक्षित हैं। अब बदलते समय में भले ही बंदूक और गोली आ गई हो लेकिन संत आज भी तलवार, भाला, फरसा से युद्ध की तैयारी कर रहे हैं।