राम मंदिर में पहली बार दो स्थानों पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, फूलों से सजेगा रामलला का दरबार,
भक्तों को मिलेगा 56 भोग का प्रसाद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: पूरे देश में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। मथुरा, वृंदावन और द्वारका जैसे कृष्ण धामों में रात भर भक्तों ने भजन-कीर्तन और झांकियों के साथ पर्व का आनंद लिया। इस बार खास बात यह है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में भी पहली बार भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। रात 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में भगवान कृष्ण के जन्म का पर्व राजाराम और बालक राम के दरबार के साथ मनाया जाएगा। यहां 56 भोग अर्पित किए जाएंगे और मंदिर में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
राम मंदिर परिसर में विशेष आयोजन
अयोध्या के राम मंदिर में आज जन्माष्टमी को लेकर खास तैयारियां की गई हैं। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है और भगवान श्रीरामलला के दरबार में संगीत और भजन संध्या का आयोजन होगा। रात 12 बजे तक स्थानीय कलाकार भक्ति गीत प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान विशेष और वरिष्ठ साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है। भगवान कृष्ण के जन्म के बाद मंदिर में आरती होगी और भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
भोग और प्रसाद की व्यवस्था
राम जन्मभूमि में 56 व्यंजन का भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही खास प्रसाद के रूप में धनिया की पंजीरी तैयार की गई है। यह पंजीरी अगले दिन सुबह भक्तों में वितरित की जाएगी। भगवान श्रीकृष्ण जन्म के उपलक्ष्य में यह प्रसाद भक्तों के बीच भक्ति और प्रसन्नता का भाव फैलाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्तों का उल्लास
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि शाम 7 बजे की आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें भजन और बधाई गीत गाए जाएंगे। जन्म के क्षण को लेकर भक्तों में गहरी आस्था और उत्साह है। दोनों मंदिरों राम जन्मभूमि और रामलला के दरबार में विशेष आरती होगी। यह पर्व श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत और आनंदमयी अवसर साबित होगा।