लाल किला ब्लास्ट: दिल्ली में बड़ा धमाका,
11 की मौत — एजेंसियों को फिदायीन हमले का शक
1 months ago Written By: संदीप शुक्ला
दिल्ली में सोमवार की शाम लाल किले के पास हुए धमाके ने पूरे देश को दहला दिया है। यह धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक चलती हुई कार में हुआ। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए और पूरा इलाका कुछ समय के लिए दहशत में आ गया। इस घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 29 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 5 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं और शुरुआती जांच में ये फिदायीन हमला होने की आशंका जताई जा रही है।
धमाका कैसे हुआ?
सूत्रों के मुताबिक, जिस i20 कार में धमाका हुआ, उसमें विस्फोटक लगाया गया था। जांच एजेंसियों को शक है कि धमाका एक सुनियोजित आत्मघाती हमला था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस कार को पुलवामा के तारिक नाम के व्यक्ति ने खरीदा था, जिसे अब पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जांच में यह भी पता चला है कि इस धमाके के तार फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस ने कार में सवार सभी लोगों की पहचान कर ली है और उनका DNA टेस्ट करवाया जा रहा है ताकि मृतकों की पहचान की जा सके।
कार में कौन था सवार?
खुफिया एजेंसियों को शक है कि इस कार में फरीदाबाद मॉड्यूल का आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद सवार था, जो पहले से ही फरार चल रहा था। सूत्रों के अनुसार, जिस व्यक्ति की कार में मौत हुई है, उसका DNA टेस्ट कराया जा रहा है ताकि यह पता चल सके कि वह डॉ. उमर मोहम्मद ही था या नहीं। अगर यह पुष्टि होती है, तो यह दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला साबित हो सकता है।
दिल्ली कैसे पहुंची कार?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों के अनुसार, ब्लास्ट से पहले डॉ. उमर करीब ढाई से तीन घंटे तक पार्किंग में i20 कार के अंदर ही बैठा रहा। वह एक सेकंड के लिए भी कार से नहीं उतरा था। एजेंसियों को शक है कि वह या तो किसी के आने का इंतजार कर रहा था या किसी इंस्ट्रक्शन का इंतजार कर रहा था। जांच में यह भी सामने आया है कि कार हरियाणा से दिल्ली में बदरपुर बॉर्डर के रास्ते दाखिल हुई थी।
जांच जारी, सुरक्षा कड़ी
धमाके के बाद से पूरे इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस की कई टीमें, एनआईए और फॉरेंसिक यूनिट मौके पर मौजूद हैं। कार के मलबे से कई अहम सुराग मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि कहीं इस हमले के पीछे कोई बड़ा आतंकी नेटवर्क तो नहीं है।