लाल किला ब्लास्ट का मास्टरमाइंड कौन?
जांच में उभरा 'डॉक्टर उमर' का सबसे बड़ा राज
1 months ago Written By: Aniket prajapati
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में लाल किला ब्लास्ट मामले का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। केस डायरी के मुताबिक, विस्फोटक बनाने में एसीटोन और पिसी हुई चीनी का इस्तेमाल किया गया था। फरीदाबाद से बरामद यह विस्फोटक और ब्लास्ट का मास्टरमाइंड डॉक्टर उमर मोहम्मद थे, जो अब मृत हैं। उमर जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षित आतंकी था और उसने देश में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश रची थी। गिरफ्तार आतंकी मुजम्मिल के कबूलनामे से खुलासा हुआ कि उमर अपने समूह में सभी को नियंत्रित करता था और दीन की बातें करता था।
डॉक्टर उमर की विशेषताएँ
मुजम्मिल के अनुसार, उमर खुद को 'आमिर' कहता था, यानी शासक या राजकुमार। उसे 9 से अधिक भाषाओं का ज्ञान था, जिनमें हिंदी, उर्दू, इंग्लिश, पर्सियन, अरबी, चाइनीज और फ्रेंच शामिल हैं। वह समूह में सबसे तेज और सक्रिय था। उसकी नजर में डॉक्टर अदील खजांची और अन्य सदस्य थे।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी में विस्फोटक निर्माण और योजना
जांच से पता चला कि उमर ने जुलाई 2023 की मेवात हिंसा और मार्च 2023 के नासिर-जुनैद हत्याकांड से प्रेरित होकर ब्लास्ट की योजना बनाई। फरीदाबाद में स्टोर किए गए विस्फोटक को जम्मू-कश्मीर ले जाने की योजना थी। उमर खुद अपने कमरे में विस्फोटक का परीक्षण करता था। उसका सूटकेस हमेशा बम बनाने के सामान से लैस रहता था और डीपफ्रीजर में विस्फोटक तापमान नियंत्रित रखा जाता था।
फरीदाबाद मॉड्यूल और गिरफ्तारी
साजिश में शामिल पांच लोग थे—मुजम्मिल, उमर, अदील, शाहीन और मुफ्ती इरफान। समूह की बातचीत चाइनीज भाषा में होती थी। फरीदाबाद और नूंह, मेवात से फर्टिलाइजर खरीदकर विस्फोटक तैयार किया गया। मुफ्ती इरफान की गिरफ्तारी के बाद पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ और मुजम्मिल सहित अन्य सदस्य पकड़े गए।