फरीदाबाद-लालकिला केस में बड़ा खुलासा:
आतंकियों के फोन से 200 वीडियो और विदेशी कनेक्शन मिले
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
फरीदाबाद टेरर नेटवर्क और लाल किला धमाके की जांच कर रही एजेंसियों ने मोबाइल डेटा रिकवरी में चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में खास तौर पर मुजम्मिल के फोन से करीब 200 वीडियो मिले हैं। इनमें जैश-ए-मोहम्मद और ISIS से जुड़े हुक्मरानों की तकरीरें, आतंक की ट्रेनिंग और बम बनाने से जुड़े ऑडियो-वीडियो शामिल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि फोन के डिलीटेड डेटा की भी बहाल हो चुकी फाइलों ने मामले की तस्वीर और स्पष्ट कर दी है।
फोन डेटा से क्या-क्या मिला
एजेंसियों ने मुजम्मिल के साथ गिरफ्तार आदिल, शाहीन और इरफान के फोन भी रिकवर किए। उन फोनों से मिली फ़ाइलों में कुल मिलाकर करीब 80 वीडियो ऐसे हैं जो बम-मेकिंग, ट्रेनिंग और रासायनिक रिएक्शन से जुड़े रिसर्च/प्रैक्टिस दिखाते हैं। इसके अलावा मुजम्मिल के फोन में दिल्ली-यूपी-मुंबई और अन्य राज्यों के भीड़भाड़ वाले धार्मिक स्थलों तथा बाजारों के नियोजित रिकॉर्डिंग-वीडियो भी मिले हैं, जिन्हें संभावित निशानों की सूची में जोड़ा गया है।
तुर्की की मुलाकात और विदेशी कनेक्शन
जांच में यह भी पता चला है कि मुजम्मिल और कथित सुसाइड बॉम्बर डॉक्टर उमर उन नबी करीब तीन साल पहले तुर्की गए थे। वहां उनकी मुलाकात एक सीरियाई ISIS कमांडर से हुई, जिसने बम बनाने और प्रशिक्षण में मदद करने का दावा भी किया जा रहा है। पूछताछ और फोन रिकॉर्ड से इन यात्राओं और विदेश कनेक्शन की पुष्टि होने लगी है।
विशेषज्ञ की चेतावनी: ISI-डीप-स्टेट का शक
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने इस मामले पर कहा कि लाल किला जैसे हमले में ISI या पाकिस्तान के डीप-स्टेट का सहयोग हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमले का पैटर्न पुलवामा से मिलता-जुलता दिखता है और ‘टिक-टिक करते टाइम बम’ जैसी रणनीति पर विशेष नजर रखनी होगी। ढिल्लो ने चेताया कि जैश ऐसे नेटवर्क का हिस्सा है जो बाहरी सपोर्ट से सक्रिय होते हैं।
आगे की कार्रवाई
एजेंसियाँ अब मिले हुए ऑडियो-वीडियो, विदेशी कनेक्शन और लोकेशन-फुटेज की क्रॉस-वेरिफिकेशन कर रही हैं। सतर्कता के साथ संदिग्धों के सम्पर्क और वित्तीय ट्रांजैक्शन की तहकीकात भी तेज कर दी गई है। जांच के परिणाम आने पर आगे की कानूनी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय सहयोग संबंधी कदम सार्वजनिक किए जाएंगे।