लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था हुई और कड़ी,
200 अतिरिक्त CCTV व अंडर-व्हीकल स्कैनर तैनात
1 months ago Written By: Aniket prajapati
लाल किले के आसपास सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। 10 नवंबर को हुए आत्मघाती हमले के बाद उच्च स्तरीय बैठकों के बाद यह फैसला लिया गया है। अब रेड फोर्ट के आसपास 200 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि निगरानी और फीड बेहतर हो सके। जांच में मालूम हुआ कि धमाके वाली कार पार्किंग एरिया में तीन घंटे से अधिक खड़ी रही, लेकिन उसी पार्किंग जोन में कैमरों की कमी के कारण अंदर का फुटेज उपलब्ध नहीं था। इसलिए अब पार्किंग एरिया में अंडर-व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा जिससे वाहनों की त्वरित जांच संभव होगी।
पार्किंग जोन और तकनीकी अपग्रेड अभी रेड फोर्ट के आसपास लगभग 600 कैमरे लगे हुए हैं, जिन्हें 200 और कैमरों से बढ़ाकर केन्द्रीय स्मारक के इर्द-गिर्द पूरी तरह कवरेज सुनिश्चित किया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के साथ समन्वय करके लोकेशन्स का सर्वे कराय गया है और जहां जरूरत होगी वहां टेक्नोलॉजी अपग्रेड किया जाएगा। अंडर-व्हीकल स्कैनर से कार के नीचे छिपी किसी भी संदिग्ध वस्तु का तुरंत पता चल सकेगा और सुरक्षा अधिकारी त्वरित कार्रवाई कर सकेंगे।
नागरिक सुविधाओं में सुधार—सीवर लाइन की सफाई सुरक्षा एजेंसियों ने PWD व MCD से भी निर्देश दिए हैं कि लाल किले के आसपास की सीवर लाइनों व नालियों की सफाई करवाई जाए। अधिकारियों का कहना है कि गंदगी और बंद नालियां संदिग्ध गतिविधियों के लिए छिपने की जगह बन सकती हैं, इसलिए साफ-सफाई से सुरक्षा जोखिम घटेंगे।
हमले का संदर्भ और गिरफ्तारियां 10 नवंबर को हुए उस आतंकी हमले में अब तक लगभग 15 लोग मारे गए थे। शुरुआती जाँच में इस हमले को जैश-ए-मोहम्मद से जोड़कर देखा गया है। हमलावर डॉ. उमर उन नबी बताए गए हैं, जो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे। एनआईए व अन्य एजेंसियों ने फरीदाबाद से लेकर जम्मू-कश्मीर तक उसके सम्बन्धी संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और जाँच जारी है।
जनता से अपील और आगे की कार्रवाई दिल्ली पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा कड़ी करने के बाबजूद नागरिकों से शांत रहने और संदिग्ध हालात की तुरंत सूचना देने का आग्रह है। अतिरिक्त कैमरे व स्कैनिंग सिस्टम के साथ सुरक्षा रूटीन और तेज होगी—परन्तु सतर्कता और जनता का सहयोग भी उतना ही जरूरी रहेगा।