लखीमपुर खीरी में शारदा नदी का कहर, मंदिर और मकान बहकर मिटा गांव का नामोनिशान
जानें पूरी बात
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन तहसील क्षेत्र का ग्रंट नंबर 12 गांव अब अस्तित्व खोता जा रहा है। शारदा नदी की तेज धारा और कटान के चलते अब तक करीब 13 मकान नदी में बह चुके हैं। गांव में स्थित एक प्राचीन मंदिर भी नदी की लहरों में समा गया है। लगातार बढ़ते कटान से ग्रामीण दहशत में हैं और मजबूर होकर पलायन करने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों की आंखों के सामने उजड़े आशियाने
गांव के निवासी जसपाल यादव ने बताया कि जब वे अपने पड़ोसी की मदद कर रहे थे, उसी दौरान उनका खुद का मकान नदी में समा गया। मेहनत-मजदूरी करके बनाया गया मकान कुछ ही सेकेंड में ढह गया और अब उनका परिवार खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर है। गांव की महिलाओं का कहना है कि सुमन देवी और राजाराम का घर उनकी आंखों के सामने बह गया। इससे पहले सीमा देवी और कामता का आशियाना भी समा चुका है। वहीं वंदना देवी और कामिनी देवी के मकान भी लहरों में बह गए। इसी तरह सुमन देवी, राजकुमारी, राम सिंह, संतोष, कमला देवी, कमलू और विजय कुमार के घर भी नदी की धारा में खत्म हो गए। गांव के लोग हर रोज डर में जी रहे हैं कि अगला नंबर उनका होगा।
प्रशासन के प्रयास नाकाम
ग्रामीणों ने बताया कि सिंचाई विभाग ने कटान रोकने की कोशिश की थी, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली। शारदा नदी की लहरें पलक झपकते ही खेतों और मकानों को बहा ले जाती हैं। इस वजह से लोगों की बेचैनी लगातार बढ़ रही है और उनका गांव धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है।
राहत के लिए सरकार का ऐलान
इस बीच, एसडीएम निघासन राजीव निगम ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा गांव को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं और सैंड बैग लगाए जा रहे हैं। गांव में करीब 400 घर और 1800 की आबादी है।
प्रशासन ने घोषणा की है कि शारदा नदी से प्रभावित प्रत्येक परिवार को दैवीय आपदा राहत के तहत 1.20 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। साथ ही ग्रामीणों से सतर्क रहने और आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को जानकारी देने की अपील की गई है।