कभी सख्त अफसर के नाम से मशहूर रहे डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला पर अब गंभीर आरोप,
100 करोड़ की संपत्ति की जांच में खुलासे पर खुलासा
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: एक समय था कि जब कानपुर पुलिस में सख्त, ईमानदार और कड़क अफसर के रूप में पहचान बना चुके डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला अब गंभीर आरोपों में घिर गए हैं। निलंबन के बाद चल रही एसआईटी जांच में उनके खिलाफ रोज नए खुलासे हो रहे हैं। जांच में पता चला है कि उनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। यही नहीं, उनके पूर्व करीबी रहे राज मनोहर शुक्ला ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं। अब मनोहर ने अपनी जान को खतरा बताते हुए ऋषिकांत पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
मनोहर शुक्ला ने लगाए जान से मारने के आरोप मनोहर शुक्ला ने एसआईटी को बताया कि डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला ने जमीन के पैसों के विवाद को सुलझाने के नाम पर उन्हें कानपुर के गंगा बैराज इलाके में बुलाया था। वहां ऋषिकांत ने उन्हें धमकाया और कहा कि वह उनका भी एनकाउंटर करा देंगे। मनोहर का कहना है कि अब उनकी जान को खतरा है और अगर कुछ हुआ तो इसके लिए ऋषिकांत जिम्मेदार होंगे।
पूर्व करीबी अब बन गया गवाह राज मनोहर शुक्ला कभी ऋषिकांत शुक्ला के बेहद करीबी माने जाते थे। दोनों ने कई मामलों में साथ काम किया, लेकिन अब दोनों के बीच अदावत हो गई है। मनोहर ने अब एसआईटी को डीएसपी ऋषिकांत और उनके साथियों के खिलाफ अहम और विश्वसनीय जानकारियां दी हैं। यही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि डीएसपी का संपर्क कई प्रभावशाली लोगों और अपराधियों से भी था।
डीएसपी का पलटवार – मनोहर हिस्ट्रीशीटर है वहीं, डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि मनोहर शुक्ला एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, जिस पर 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं। उसने रायपुर में तेजाब मिल कैंपस के पास एक पार्षद की हत्या की थी। उसी केस में मैंने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ऋषिकांत ने यह भी कहा कि मनोहर कुख्यात गैंगस्टर श्री प्रकाश शुक्ला का रिश्तेदार है और अब झूठे आरोप लगाकर बदला ले रहा है।
विकास दुबे से जुड़ने के आरोप और एसआईटी की जांच मनोहर ने यह भी आरोप लगाया कि ऋषिकांत शुक्ला ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे के परिवार के साथ मिलकर जमीनी सौदेबाजी की थी। इस मामले में एसआईटी ने तीन बार नोटिस भेजा, लेकिन ऋषिकांत ने कहा कि उन्हें किसी नोटिस की जानकारी नहीं मिली। उनका कहना है कि वे जांच में पूरा सहयोग देंगे।
22 एनकाउंटर का दावा और सफाई ऋषिकांत शुक्ला ने कहा कि अपने कानपुर कार्यकाल में उन्होंने 22 एनकाउंटर किए थे, जिनमें कई बड़े अपराधी मारे गए। अब वही अपराधी और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से उनके खिलाफ झूठी साजिश रची जा रही है। फिलहाल, गृह विभाग के आदेश पर विजिलेंस और एसआईटी जांच चल रही है। निलंबित डीएसपी पर लगे आरोपों की जांच तेज-तर्रार आईपीएस रमित शर्मा को सौंपी गई है।