सहारनपुर में झोपड़ी में जिंदा जल गया दिव्यांग, कोयला बना शव…
क्या दोस्त ने ही मौत की लगाई आग
8 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के बाज़ारना गांव से एक भयावह घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। गांव के ही एक दिव्यांग युवक तारीख की झोपड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर मौत हो गई। आग इतनी तेज और भयंकर थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी झोपड़ी राख में बदल गई। पास में खड़ी मोटरसाइकिल भी पूरी तरह जलकर खाक हो गई। यह घटना रात के समय हुई और इसकी जानकारी ग्रामीणों के जरिए मृतक के परिवार तक पहुंची। परिवार जैसे ही मौके पर पहुंचा, वहां का मंजर देखकर दहशत में आ गया।
झोपड़ी में तख्त पर जला मिला शव, हड्डियां तक बन गईं कोयला परिजनों ने बताया कि तारीख का शव झोपड़ी के अंदर एक तख्त पर जली हुई हालत में मिला। आग की तेज लपटों के कारण उसका पूरा शरीर कोयले जैसा हो चुका था। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर गहन जांच की और कई महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग दुर्घटना थी या किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा।
परिवार ने लगाया हत्या का आरोप मृतक के भाई मोहम्मद मुज़म्मिल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके दिव्यांग भाई की पहले गला दबाकर हत्या की गई और उसके बाद सबूत छिपाने के उद्देश्य से झोपड़ी में आग लगा दी गई। परिवार का आरोप है कि तारीख के साथ रहने वाला उसका दोस्त ही इस पूरी घटना का मुख्य आरोपी है। घटना के बाद से वह दोस्त लापता है, जिससे परिवार की शंका और गहराती जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि गांव के पूर्व प्रधान ने रात में सबसे पहले उन्हें वारदात की सूचना दी थी।
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का केस सहारनपुर के एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि 30 नवंबर की रात लगभग 10:30 बजे ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फील्ड यूनिट ने वहां से कई साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों की तहरीर पर एक व्यक्ति के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम से साफ होगी तस्वीर एसपी ने कहा कि जांच कई पहलुओं पर की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आग वास्तव में दुर्घटना थी या किसी ने इसे हत्या बनाकर पेश करने की कोशिश की है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम की विस्तृत जानकारी आने के बाद मामले की सच्चाई और स्पष्ट होगी।
दिव्यांग तारीख की मौत ने खड़े किए कई सवाल गांव में इस दर्दनाक घटना को लेकर गहरा आक्रोश और भय का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि तारीख स्वभाव से शांत और किसी से दुश्मनी न रखने वाला व्यक्ति था। ऐसे में उसकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब अब पुलिस की जांच ही दे पाएगी।