संभल में ATS को लेकर सियासी बवाल, सपा सांसद बोले- मुसलमानों को परेशान करने के लिए नहीं,
रोजगार और यूनिवर्सिटी की जरूरत
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश का संभल जिला इन दिनों सियासत और सुरक्षा दोनों के लिए चर्चा में है। हाल ही में यहां एटीएस (Anti-Terrorism Squad) की नई यूनिट स्थापित करने की योजना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्र रहमान बर्क ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संभल को एटीएस की नहीं बल्कि उद्योग, रोजगार और विश्वविद्यालय की जरूरत है। उनका कहना है कि एटीएस के जरिए स्थानीय मुसलमानों को परेशान किया जा सकता है और जिले के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सांसद का एटीएस पर विरोध सपा सांसद जिया उर्र रहमान बर्क ने संभल में एटीएस की स्थापना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस फैसले के पीछे मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव की भावना हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में आई रिपोर्ट में संभल में हुए दंगों के बाद हिंदुओं के पलायन का दावा किया गया, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। उनका यह भी मानना है कि मुसलमान आतंकवादी नहीं हैं और जिले की समस्याओं का हल रोजगार, शिक्षा और विकास में ही है।
कहां बनेगा ATS का कार्यालय प्रारंभ में एटीएस यूनिट का अस्थायी कार्यालय जामा मस्जिद के पास स्थित सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया जाएगा। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार आईजी प्रेम गौतम ने आदेश जारी कर दिए हैं। स्थायी कार्यालय के लिए शेर खां सराय में तीन बीघा जमीन चिन्हित की गई है, जिसे कब्रिस्तान से अवैध कब्जा मुक्त कराया गया। इससे यूनिट का स्थायी निर्माण जल्द ही शुरू होने की संभावना है।
डेमोग्राफिक सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम न्यायिक जांच आयोग की हालिया रिपोर्ट में संभल जिले की डेमोग्राफी में बदलाव और संभावित सुरक्षा खतरों का उल्लेख किया गया है। ऐसे में योगी सरकार का एटीएस यूनिट स्थापित करने का निर्णय जिले में आतंकी गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम माना जा रहा है। इस विवाद के बीच, संभल जिले के लोग और राजनीतिक दल भविष्य में इस फैसले के असर और स्थानीय सुरक्षा स्थिति पर नजर रख रहे हैं।