संभल का ऐतिहासिक सच: गांधी-नेहरू की रिपोर्ट से लेकर योगी सरकार की कार्रवाई तक,
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बड़ा बयान
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Sambhal Files: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान संभल मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। यह रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। पहले इसे कैबिनेट में रखा जाएगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। उन्होंने साफ कहा कि आज की चर्चा आयोग की रिपोर्ट से प्रेरित नहीं है, बल्कि संभल के ऐतिहासिक और मौजूदा हालात के संदर्भ में है।
गांधी-नेहरू का जुड़ाव: 1924 के दंगे का जिक्र
डिप्टी सीएम ने कहा कि संभल की चर्चा कोई नया विषय नहीं है। 1924 में यहां बड़ा दंगा हुआ था। कई हिंदू परिवारों की निर्मम हत्या हुई और समाज पर गंभीर अत्याचार हुए। इस घटना के बाद महात्मा गांधी ने जवाहरलाल नेहरू को संभल दौरे के लिए भेजा। नेहरू ने 8 से 10 सितंबर तक वहां का दौरा किया और 12 सितंबर 1924 को 13 पन्नों की रिपोर्ट गांधी जी को सौंपी। इस रिपोर्ट में साफ लिखा था कि संभल में हिंदू हमेशा पीड़ित रहे हैं।
नेहरू की रिपोर्ट का हवाला
ब्रजेश पाठक ने कहा कि नेहरू की उस रिपोर्ट में दर्ज है कि संभल का हरिहर मंदिर महाराज पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था, जिसे बाबर ने मस्जिद में बदल दिया। रिपोर्ट में यह भी लिखा गया था कि मुस्लिम उपद्रवियों ने दंगों के दौरान मंदिरों को निशाना बनाया और हिंदू समाज पर अत्याचार किए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं है, बल्कि दस्तावेजी सबूत है कि संभल में हिंदुओं की पीड़ा अचानक नहीं हुई। धार्मिक ग्रंथों में भी यह उल्लेख है कि संभल भगवान कल्कि के अवतार का स्थान है, इसलिए हर भारतीय के मन में इस शहर के प्रति आस्था है।
2017 के बाद रुका पलायन
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2017 से पहले संभल, कैराना, शामली और मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में हिंदू समाज को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ता था। एससी, एसटी समाज से लेकर रस्तोगी और दुबे परिवार जैसे बड़े समुदायों पर भी अत्याचार किए जाते थे। उनके घरों और जमीनों पर कब्जे किए जाते थे और वे सुरक्षा के अभाव में इलाका छोड़ने को मजबूर होते थे। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद तस्वीर पूरी तरह बदल गई। अब न केवल पलायन रुका है, बल्कि जो लोग अपना घर छोड़ चुके थे, वे वापस लौट रहे हैं। सरकार धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मामलों पर लगातार कार्रवाई कर रही है और अदालत के जरिए दोषियों को सख्त सजा दिलाई जा रही है।
कांग्रेस और सपा पर सीधा हमला
ब्रजेश पाठक ने पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की सरकारों ने हमेशा तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार (2012-2017) में तो तुष्टिकरण की पराकाष्ठा हो गई थी। आतंकवादियों पर दर्ज मुकदमे पहली ही कैबिनेट बैठक में वापस लिए गए। उनका इरादा प्रदेश को आतंक का अड्डा बनाने का था। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप से यह कोशिश नाकाम रही।
संभल में योगी सरकार की कार्रवाई
डिप्टी सीएम ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता दी है। संभल में 68 पौराणिक स्थलों और 19 प्राचीन कूपों को कब्जे से मुक्त कराकर उनका स्वरूप पुनः बहाल कराया गया है। 1067 अतिक्रमण हटाकर 73 हेक्टेयर भूमि को खाली कराया गया है। मस्जिद, मजार, मदरसे और कब्रिस्तान से भी 37 अवैध कब्जे हटाए गए हैं।उन्होंने बताया कि दो नए थाने और 45 नई चौकियां स्थापित की गई हैं। संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन निगरानी की व्यवस्था की गई है। जनपद मुख्यालय, जिला कारागार, 24वीं वाहिनी पीएसी और स्पोर्ट्स स्टेडियम जैसी परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है।
बिजली चोरी और बीमा माफिया पर सख्ती
पाठक ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। पहले संभल में लाइन लॉस 82 प्रतिशत तक पहुंच गया था, लेकिन अब यह घटकर सिर्फ 18 प्रतिशत रह गया है। इससे सरकार को 84 करोड़ रुपये की बचत हुई है। उन्होंने बताया कि बीमा माफिया भी लंबे समय से फर्जी क्लेम के जरिए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर रहे थे। सरकार ने इस पर सख्त कार्रवाई की और 100 करोड़ रुपये से अधिक की धांधली का पर्दाफाश किया। इस मामले में 67 लोगों को जेल भेजा गया है।
आर्थिक विकास की ओर बढ़ता संभल
डिप्टी सीएम ने कहा कि संभल अब आर्थिक दृष्टि से भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2024-25 में यहां से 2405 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है। ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना के तहत संभल निर्यात के मामले में प्रदेश के शीर्ष दस जिलों में शामिल हो चुका है।उन्होंने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल रही है और विकास जाति, धर्म या क्षेत्र देखकर नहीं, बल्कि सबके लिए हो रहा है।
सबका साथ, सबका विकास का संकल्प
अंत में ब्रजेश पाठक ने कहा कि 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार ने “सबका साथ, सबका विकास और सबके विश्वास” पर काम करने का वादा किया था। आज यूपी में उसी संकल्प को पूरा किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि अब न तुष्टिकरण होगा और न ही अन्याय। प्रदेश में कानून का राज कायम रहेगा और हर नागरिक को न्याय मिलेगा।