संभल जामा मस्जिद विवाद: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला,
ASI फिर शुरू करेगा सर्वे, मस्जिद कमेटी की याचिका ख़ारिज
1 months ago
Written By: STATE DESK
Jama Masjid Survey: उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित विवादित जामा मस्जिद पर हाई कोर्ट ने फिर से सर्वे शुरू करने की मंजूरी दे दी है। इस दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मस्जिद कमेटी की उस सिविल रिवीजन याचिका को भी खारिज कर दिया है, जिसमें सर्वे पर स्थायी रोक की मांग की गई थी। जिसके बाद अब संभल की दीवानी अदालत के आदेश पर भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) द्वारा मस्जिद का सर्वे कार्य फिर से आगे बढ़ाया जा सकेगा।
क्या है मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, संभल की जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यह स्थल पहले हरिहर मंदिर था, जिसे मुगल शासक बाबर ने 1529 में तोड़कर मस्जिद में तब्दील करवा दिया। इसी दावे को लेकर 19 नवंबर 2024 को स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की गई थी। जिसके बाद उसी दिन दीवानी न्यायालय के सीनियर डिवीजन जज आदित्य सिंह ने मस्जिद परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया और एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव को नियुक्त कर दिया था।
सर्वे के दौरान हुई थी हिंसा, गई थीं चार जानें
सर्वे के आदेश के बाद 19 नवंबर को पहली बार ASI की टीम ने जामा मस्जिद का सर्वे किया था। जो सर्वे अधूरा रह गया था, जिसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वे के लिए टीम मस्जिद पहुंची। और इसी दौरान भीड़ इकट्ठा हुई तथा वहां हिंसा भड़क गई। इस दौरान भीड़ द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया और वहां गोलीबारी की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद 8 जनवरी 2025 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सर्वे पर अंतरिम रोक लगाई थी और सभी पक्षों से जवाब मांगा था।
फिर शुरू होगा सर्वे
मिली जानकारी के मुताबिक, हिंसा के बाद मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने घटना के बाद सर्वे पर स्थायी रोक की मांग करते हुए हाईकोर्ट में सिविल रिवीजन याचिका दाखिल की थी। जिसपर 13 मई 2025 को बहस पूरी हुई और अब हाईकोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी है। इससे लोअर कोर्ट के आदेश को वैधता मिल गई और सर्वे का रास्ता साफ हो गया है।
क्या कहती है पिछली सर्वे रिपोर्ट?
दरअसल मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट 2 जनवरी 2025 को चंदौसी की अदालत में दाखिल की गई थी। जहां 45 पन्नों की इस रिपोर्ट में 4.5 घंटे की वीडियोग्राफी और 1200 से ज्यादा फोटोज शामिल थे। आदालत में दाखिल की गई सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक:
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मस्जिद में मंदिर होने के कई संकेत और चिन्ह पाए गए।
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50 से अधिक फूल, निशान, कलाकृतियां और दो वट वृक्ष मिले।
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एक पुराना कुआं, जिसका आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर और आधा बाहर मिला।
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पुराने मंदिर जैसे दरवाजे और झरोखे प्लास्टर कर छिपाए गए हैं।
गुंबद के नीचे लगे झूमर को जिस चेन से लटकाया गया, वह मंदिरों में घंटों के लिए प्रयोग की जाने वाली प्रतीत होती है।