संभल हिंसा की पहली बरसी: शहर में कड़ी सुरक्षा,
133 आरोपी गिरफ्तार, प्रशासन अलर्ट
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा की आज पहली बरसी है। इस मौके पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए संभल जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह सतर्क है। शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च जारी है। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं, जहां वे मंगलवार को राम मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे।
133 आरोपी गिरफ्तार, कई बड़े नाम भी शामिल
पिछले साल की हिंसा से जुड़े 12 मुकदमों में अब तक 133 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें से 70 से ज्यादा आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं, जबकि बाकी या तो जमानत पर बाहर हैं या कोर्ट के आदेश पर जेल भेजे गए। इन मामलों में सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क और कुख्यात भगोड़े अपराधी शारिक साटा जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। सभी केस भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कठोर धाराओं में दर्ज हुए हैं और पुलिस इन मामलों की तेजी से पैरवी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि कई मामलों में जल्द चार्जशीट फाइल होगी और ट्रायल शुरू होगा।
सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने की तैयारी|
हिंसा के बाद संभल की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर काम किया है। दो नए थाने, 33 नई पुलिस चौकियां और 5 आउटपोस्ट बनाए गए हैं। इसके साथ ही 250 से अधिक हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरों वाले अत्याधुनिक कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां से पूरे शहर की 24×7 निगरानी की जा रही है।
पुलिस की अपील: अफवाहों से दूर रहें
एसपी संभल केके बिश्नोई ने लोगों से अपील की है कि वे आज का दिन सामान्य की तरह बिताएं। उन्होंने कहा कि दुकानों और बाजारों को सामान्य रूप से खुला रखा जाए। साथ ही चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। ध्यान देने वाली बात यह है कि आजादी से लेकर पिछले साल तक संभल में 17 सांप्रदायिक दंगे हुए, लेकिन किसी भी मामले में कोई सजा नहीं हुई। कई मुकदमे वापस ले लिए गए और कई में गवाह पलट गए थे। पहली बार पुलिस इतनी गंभीरता से आरोपियों को सजा दिलाने के प्रयास में लगी है।
शहर में माहौल शांत
सुबह से ही बाजार खुले हैं और लोग अपने कामकाज में व्यस्त हैं। पुलिस का दावा है कि बरसी पर किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी। फिलहाल पूरे शहर में शांति है और सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है।