संजय निषाद के बयानों ने बनाया विवाद; बांसडीह में कहा — “बलिया में अंग्रेजों के दलाल बहुत थे”,
बाद में दी सफाई
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने रविवार को बांसडीह में आयोजित पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में ऐसा बयान दे दिया, जिससे सभा में सन्नाटा छा गया। उन्होंने कहा कि बलिया में अंग्रेजों के समय दलालों की संख्या बहुत थी और आज भी दलाली का सिस्टम चलता है, इसलिए जिला बर्बाद है। थोड़ी ही देर बाद मंत्री ने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि वे बलिया की वीरता और इतिहास का सम्मान करते हैं और गलती से कही गई बात पर उन्होंने सफाई दी।
विवादित टिप्पणी और सभागार की प्रतिक्रिया कार्यक्रम के दौरान डॉ. संजय निषाद ने मंच से कहा “यहाँ के लोग अंग्रेजों के दलाल बहुत थे। दलाली का सिस्टम अभी भी चल रहा है, इसीलिए बलिया अभी बर्बाद है।” यह टिप्पणी होते ही सभागार में हड़कंप मच गया और श्रोताओं के बीच सन्नाटा छा गया। कुछ पलों बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने ‘बग़ी बलिया’ का जिक्र भी किया था और उनका आशय किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था।
बाद में दी सफाई, लोगों से की शांति से सुनने की अपील तुरंत प्रतिक्रिया मिलने पर मंत्री ने अपना बयान स्पष्ट करते हुए बलिया की आज़ादी और स्थानीय बहादुरी का ज़िक्र किया और कहा कि यहाँ के लोगों ने अंग्रेजों को भगा कर देश को आज़ाद कराया था। उन्होंने सभा को शांतिपूर्वक सुनने का आग्रह किया तथा दो घंटे के लिये वही कार्यक्रम जारी रखने की बात कही।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और पहले के विवाद डॉ. संजय निषाद 2022 के विधानसभा चुनावों में एनडीए के साथ रहे और वर्तमान में योगी सरकार में मत्स्य विकास विभाग का कैबिनेट मंत्री हैं। वे पहले भी कभी-कभी विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रहे हैं। उनके द्वारा कही गई हालिया टिप्पणी ने फिर से राजनीतिक प्रतिक्रियाओं और लोकचर्चा को जन्म दिया है।
असर और आगे की संभावना स्थानीय स्तर पर इस बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ आ सकती हैं, जबकि पार्टी और प्रशासन की ओर से भविष्य में बयान पर स्पष्टीकरण या आवश्यक क़दम उठाने की संभावनाएं बनी हुई हैं। राजनीतिक वार्तालाप में ऐसे बयान सामुदायिक भावनाओं को चुनौती दे सकते हैं, इसलिए नेताओं की टिप्पणी पर सतर्कता और संवेदनशीलता आवश्यक मानी जाती है।