SBI में फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए एक करोड़ का लोन घोटाला,
मैनेजर समेत 17 पर FIR
8 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में भारतीय स्टेट बैंक की एक ब्रांच से लोन के नाम पर एक करोड़ रूपए के गोल-माल का मामला सामने आया है। यहां जिले के हसनगंज थाने में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के क्षेत्रीय प्रबंधक ने डालीगंज ब्रांच में तैनात रहे बैंक मैनेजर और दो अन्य अधिकारियों समेत 17 लोगों के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि इन सभी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब एक करोड़ रुपए का लोन पास कराया था। जिसके बाद मामला सामने आने पर ये कर्रवाई की गई है।
विभागीय जांच में सामने आया घोटाला
क्षेत्रीय प्रबंधक विपिन सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में यह बताया है कि एसबीआई में एक्सप्रेस क्रेडिट लोन सुविधा के तहत डालीगंज ब्रांच में 15 जुलाई 2023 से 30 जनवरी 2024 के बीच कई लोन पास किए गए। बाद में जब विभागीय जांच कराई गई तो दस्तावेजों में भारी गड़बड़ी पाई गई। जांच में खुलासा हुआ कि कई लोन फर्जी पे-स्लिप और प्रमाण पत्र के आधार पर पास किए गए थे।
बैंक के अधिकारी और एजेंट भी शामिल
जांच में तत्कालीन बैंक मैनेजर संजीव त्रिपाठी, फील्ड ऑफिसर अमृता चटर्जी और ऑपरेशन मैनेजर अमित जैन की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। जिसके साथ ही एजेंट सर्वेश कुमार, सुमित और डाली सिंह पर भी लोन पास कराने में संलिप्त होने के आरोप लगे हैं। मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह सामने आई है कि ऑपरेशन मैनेजर अमित जैन ने बैंक की आईडी और पासवर्ड एजेंटों को सौंप दिए थे। जिसके जरिए एजेंटों ने करीब एक करोड़ छह लाख रुपए तक के लोन स्वीकृत करा डाले।
फर्जी दस्तावेज़ों से लोन लेने वाले भी आरोपी
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में केवल बैंक कर्मी और एजेंट ही नहीं, बल्कि फर्जी दस्तावेज़ बनाकर लोन लेने वाले 11 लोन धारकों को भी आरोपी बनाया गया है। इनमें गब्बर, कुसमा, गोपाल सिंह, विनय कुमार, धर्मपाल, सुमित, विजय प्रकाश, राम गोपाल, उदयवीर सिंह और अब्दुल हाफिज के नाम शामिल हैं।
जांच जारी, साक्ष्यों के आधार पर होगी कार्रवाई
हसनगंज पुलिस ने क्षेत्रीय प्रबंधक की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई साक्ष्य मिलने के आधार पर की जाएगी।